नवबिहार टाइम्स संवाददाता
औरंगाबाद। 15 दिनों के अंदर शहर के दानी बिगहा में बिहार सरकार के पूर्व मंत्री रामबिलास सिंह यादव की प्रतिमा पुनः स्थापित किया जाएगा। यह निर्णय आज जिला परिषद सभागार में आयोजित प्रेस-वार्ता के दौरान जिला परिषद अध्यक्ष प्रमिला देवी, उपाध्यक्ष किरण सिंह, जिला परिषद सदस्य शंकर यादव, गायत्री देवी, पुष्पलता देवी, शोभा देवी, विकास कुमार एवं मो. आसिफ़ शाह सहित अन्य ने लिया हैं। साथ ही दानी बिगहा बस स्टैंड से रामबिलास बाबू की प्रतिमा हटाए जाने की निंदा की है। उन्होंने कहा कि यह निंदनीय है। महापुरुषों का अपमान कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे।
जिला पर्षद शंकर यादव ने कहा कि जिला परिषद की एक समान्य बैठक में सात जनवरी 2023 को पूर्व मंत्री रामबिलास बाबू की आदमकद प्रतिमा लगाने का प्रस्ताव पारित हुआ था। फ़िलहाल फाइल जिला पदाधिकारी को भेजा गया है लेकिन बीते छह नवंबर को रामबिलास बाबू की आदमकद प्रतिमा उठाकर नगर थाना में रखवाया गया है, यह घटना निंदनीय है। इस मामले में आरोप जिला परिषद अध्यक्ष प्रतिनिधि पर लगाए जा रहे हैं, जो बेबुनियाद है। उन्होंने जिला प्रशासन से आग्रह किया है कि मामले में उचित कार्रवाई करते हुए प्रतिमा अविलंब स्थापित की जाए।
वहीं जिला परिषद सदस्य प्रतिनिधि श्याम सुंदर ने कहा कि रामबिलास बाबू औरंगाबाद ही नहीं बल्कि संयुक्त बिहार-झारखंड के धरोहर हैं। उन्हीं की देन है कि आज दाउदनगर अनुमंडल बना है। वे सामाजिक सद्भाव के प्रतिक थे। उन्होंने कहा कि महापुरुषों का सम्मान होगा तभी आने वाली पीढ़ियां उनके योगदान को जान पाएगी। रामविलास बाबू ने जाति तोड़ो व समाज जोड़ो के सिद्धांत पर चलने का कार्य किया। वे सात विभागों के मंत्री रहे, लेकिन कभी भी उनके दामन पर दाग नहीं लगा। उनकी प्रतिमा हर हाल में लगे। इस पर कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए।
इस दौरान राजद नेता ई. सुबोध कुमार सिंह सहित अन्य मौजूद रहे।