नवबिहार टाइम्स संवाददाता
औरंगाबाद। अदरी को बचाने के लिए कई बिंदुओं पर काम करना होगा। इससे न सिर्फ अदरी बचेगी बल्कि ज़िलेवासियों के लिए यह नदी वरदान बन जाएगा। यह बात अदरी बचाओं आंदोलन के सूत्रधार अनिल कुमार सिंह ने शहर के कुंडा हाउस में आयोजित बैठक के दौरान कहीं। श्री सिंह ने कहा कि अदरी नदी गंदगी से पटी हुई है जो मानव समाज के लिए चिंता का विषय है। जिले के सभी प्रबुद्ध जन को अदरी बचाव आंदोलन का समर्थन करना चाहिए। सबको मिलकर नदी को पुनर्जीवित करने के लिए आगे आना चाहिए। मानव जीवन के लिए नदी का होना जरूरी है। बिना नदी के पानी और पेड़ नहीं रह सकते।
बैठक की अध्यक्षता जेपी सेनानी अजय श्रीवास्तव ने की। वहीं संचालन भाजपा पूर्व जिला अध्यक्ष पुरुषोत्तम सिंह ने की। आंदोलन के सूत्रधार अनिल कुमार सिंह ने आगामी रूपरेखा पर प्रकाश डालते हुए बताया कि आंदोलन की पहली शुरुआत 15 दिसंबर को देव प्रखंड के बालूगंज डुमरी अदरी नदी घाट के उद्गम स्थल से पूजा अर्चना एवं जनसभा से शुरुआत होगी। इस आंदोलन में लोगों को अदरी के महत्व को बताते हुए इसे सुरक्षित रखने का आवाह्न किया जाएगा। कार्यक्रम के प्रारंभ की पश्चात अदरी नदी के किनारे स्थित पंचायत रामपुर, डुमरा डुमरी, इसराइल, कर्मा भगवान, बसंतपुर बसडीहा, हसौली, इब्राहिमपुर, बेला, सन्हौली पंचायत सैकड़ों गांव में यात्रा के माध्यम से जन जागरण चलाया जाएगा। इस आंदोलन का उद्देश्य अदरी के अविरल धारा को पुनः जीवित करना है।
कार्यक्रम में पूर्व मुखिया जुलेखा खातून, पूर्व मुखिया विक्रांत सिंह, सुमन अग्रवाल, रघुनाथ राम, तुलसी प्रसाद सिंह, संतोष सिंह, उज्जवल कुमार, विकास कुमार, आदित्य श्रीवास्तव, विवेक कुमार, मृत्युंजय सिंह, दीपक सिंह, रामस्वरूप मेहता, चंदन कुमार अविनाश कुमार, आलोक सिंह, रोशन मिश्रा, सुरेंद्र सिंह, लवकुश कुमार, विनय सिंह, तेपस्वर सिंह, संतोष सिंह, शिवा कुमार, नरेश पासवान सहित कई अन्य लोग मौजूद थे।