नवबिहार टाइम्स संवाददाता
औरंगाबाद। आज जिलाधिकारी-सह-अध्यक्ष, जिला स्तरीय उर्वरक निगरानी समिति, औरंगाबाद श्रीकान्त शास्त्री की अध्यक्षता में जिला स्तरीय उर्वरक निगरानी समिति की समीक्षात्मक बैठक आहूत की गई। बैठक में जिला पदाधिकारी द्वारा जिला कृषि पदाधिकारी, औरंगाबाद को निदेश दिया कि रबी मौसम के मुख्य समय में किसानों को उचित मूल्य पर सुगमता पूर्वक उर्वरकों की उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु जिला के उर्वरक विक्रेताओं द्वारा उर्वरकों की कालाबाजारी, जमाखोरी, तस्करी, मुनाफाखोरी को रोकने एवं उर्वरकों के मूल्य नियंत्रण हेतु उर्वरक प्रष्ठिानों पर नियमित छापामारी करने का निदेश दिया गया।
जिला कृषि पदाधिकारी के द्वारा बताया गया कि जिले में उर्वरक सम्बंधी शिकायतों को निदान करने एवं किसानों की उर्वरक समस्याओं को दूर करने के लिए जिला कृषि कार्यालय में एक उर्वरक नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गयी है, जिसका सम्पर्क नम्बर 06186-469430 है। जिला पदाधिकारी द्वारा निदेश दिया गया कि खुदरा उर्वरक विक्रेताओं अपने-अपने दुकान के सूचना पट पर उपलब्ध उर्वरक की मात्रा, उर्वरक का मूल्य प्रदर्शित किया जाय। जिसकी जिम्मेवारी संबंधित पंचायत के कृषि समन्वयक की होगी।
जिला कृषि पदाधिकारी के द्वारा नैनो यूरिया के बारे में जानकारी से अवगत कराते हुए बताया गया कि यह यूरिया तरल होता है एवं इसकी मात्रा पौधे के लिए 1 लीटर पानी में 4 मि०लि० नैनो यूरिया मिलाकर पौधे पर छिड़काव करने से अधिक लाभ होता है। साथ ही साथ मिट्टी एवं पर्यावरण पर बुरा प्रभाव नहीं पड़ता है तथा नैनो यूरिया एवं नैनो डीएपी की विस्तृत जानकारी दी गयी।
बैठक में बिहार विद्यान परिषद के प्रतिनिधि अमरेन्द्र सिंह द्वारा बताया गया कि नैनो यूरिया को किसानों के बीच प्रचार-प्रसार करने की जरूरत है एवं सभी पैक्सों को कम से कम 5-5 पावर स्प्रेयर मशीन उपलब्ध कराया जाय। इस पर जिला पदाधिकारी को क्षेत्रीय प्रबंधक, ईफको, औरंगाबाद द्वारा बताया कि मेरे स्तर से जिले में प्रत्यक्षण भी करायी जा रही है।