नवबिहार टाइम्स संवाददाता
औरंगाबाद। बारुण प्रखण्ड के समावेशी शिक्षा संभाग के बीआरपी लाल बहादुर ने बताया कि गुरुवार को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बारुण में प्रखण्ड के 3 वर्ष से लेकर 18 वर्ष के बच्चों का जांच शिविर का आयोजन किया गया है। ज्यादा से ज्यादा दिव्यांग बच्चों का दिव्यांगता प्रमाण पत्र बन जाए इसलिए यह शिविर आयोजित किया जा रहा है ताकि उन्हें सरकारी लाभ उपलब्ध कराकर समाज की मुख्य धारा से जोड़ा जा सके। ऐसे में सभी उच्च विद्यालय/उच्च माध्यमिक विद्यालय के प्राचार्य, प्राथमिक तथा मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक/प्रभारी प्रधानाध्यापक/वरीय शिक्षक तथा दिब्यांगजनों के अभिभावक को बच्चों के साथ इस शिविर में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है।
बीआरपी लाल बहादुर ने बताया कि शिविर में निम्नलिखित तरह के दिव्यांग बच्चे शामिल होंगे। श्रवण बाधित– इसके अंतर्गत ऐसे बच्चे जिनको कम सुनाई देता है या बिल्कुल सुनाई नहीं देता तथा बोल नहीं पाते हैं। दृष्टि बाधित– इसके अंतर्गत जिसको कम दिखाई देता है या बिल्कुल दिखाई नहीं देता है। अस्थि नि:शक्त– इसके अंतर्गत वैसे बच्चे जिनका हाँथ-पैर कट गया हो, टेढ़ा हो या मुड़ा हुआ हो, हाँथ पैर टाईट हो, चल फिर न पाता हो या बिल्कुल चलने में असमर्थ हो। उपर्युक्त सभी प्रकार के दिब्यांगता से ग्रस्त बच्चों का प्रमाण पत्र बनाया जायेगा। इस शिविर में दो फोटो पासपोर्ट साईज, आधार कार्ड एवं जन्म प्रमाण पत्र लेकर सभी को आना है।