मोइनुलहक स्टेडियम का नाम ‘सुशील मोदी स्टेडियम’ किया जाय
नवबिहार टाइम्स ब्यूरो
पटना। 5 जनवरी को बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी की जयंती श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल पटना में आयोजित की गई है। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री सहित बिहार सरकार के कई मंत्री, सांसद, विधायक, विधान परिषद, सभी दलों के प्रदेश अध्यक्ष, पद्मश्री एवं पद्मभूषण पुरस्कार से सम्मानित शिक्षाविद, डॉक्टर आदि को आमंत्रित किया गया है। मुख्यमंत्री सहित कई मंत्रियों ने कार्यक्रम में आने की स्वीकृति भी प्रदान की है। इस कार्यक्रम में राज्य के अन्य जिलों से भी सुशील कुमार मोदी से जुड़े लोग, पार्टी के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता भाग लेंगे।
सुशील कुमार मोदी स्मृति शोध संस्थान के अध्यक्ष संजय गुप्ता ने प्रेस कांफ्रेंस के जरिए इसकी जानकारी देते हुए स्व. सुशील कुमार मोदी को देश का सर्वोच्च सम्मान ‘भारत रत्न’ से सम्मानित करने की मांग की है। इसके साथ ही उन्होंने मोइनुलहक स्टेडियम का नाम ‘सुशील मोदी स्टेडियम’ करने, पटना मध्य में किसी प्रमुख स्थान पर सुशील मोदी की आदमकद प्रतिमा लगाने व उनके नाम पर बिहार सरकार से स्मारक व शोध संस्थान स्थापित करने की मांग की है।
उन्होंने कहा कि राजनीतिक क्षेत्र में ऐसे बहुत कम लोग हुए हैं जिन्होंने अपने उच्च व्यक्तिगत मूल्यों एवं आदर्शों से राजनीति की एक नई परिभाषा गढ़ी हो। बिहार की राजनीति के शिखर पुरुष सुशील कुमार मोदी का नाम उन्हीं चंद लोगों में वर्णित है जिन्होंने अपना सम्पूर्ण जीवन राष्ट्र को समर्पित कर दिया और राजनीति के शीर्ष पर रहते हुए सार्वजनिक जीवन में स्वच्छता एवं शुचिता के नए प्रतिमान स्थापित किये। विद्वता, विनम्रता, त्याग एवं परिश्रम स्व. सुशील जी के व्यक्तित्व के वे मूल तत्व थे जिनकी सहायता से उन्होंने सार्वजनिक जीवन में असाधारण ऊंचाइयों को प्राप्त किया। 5 जनवरी को श्रीकृष्ण स्मारक सभगार में आयोजित उनके जयंती समारोह में उपरोक्त मांगों को पूरा करने की जोरदार आवाज उठाई जाएगी।
उन्होंने कहा कि सुशील जी ने अपनी चुनावी राजनीति की शुरुआत वर्ष 1990 में की जब उन्हें पटना सेंट्रल विधानसभा क्षेत्र से भाजपा का प्रत्याशी बनाया गया। उन्होंने इस सीट से तत्कालीन कांग्रेस विधायक अकील हैदर को हराया। पटना मध्य उनका कर्मक्षेत्र रहा है। यहां पर उनकी प्रतिमा स्थापित कर उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि दी जाएगी। सुशील जी आजीवन एक शोधार्थी रहे। तथ्यों को लेकर आग्रही सुशील जी के नाम पर पटना में शोध संस्थान स्थापित होने से नई पीढ़ी को प्रेरणा मिलेगी। उनके नाम व कार्य को अमिट बनाने के लिए मोइनुलहक स्टेडियम का नाम उनके नाम पर किया जाय।
पत्रकार वार्ता में संस्थान के दीपक कुमार अग्रवाल, टी.एन. सिंह, वैधनाथ रमण, पुरुषोत्तम कुमार, अमरनाथ श्रीवास्तव, नीरज पटेल, प्रह्लाद वर्मा आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे।