दही खाओ इनाम पाओ प्रतियोगिता पटना डेयरी प्रोजेक्ट में सम्पन्न
नवबिहार टाइम्स संवाददाता
फुलवारीशरीफ। वैशाल पाटलिपुत्र दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लि पटना डेयरी प्रोजेक्ट सुधा डेयरी में दही खाओ ईनाम पाओ प्रतियोगिता 2025 में बड़ी संख्या में प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। 600 से अधिक प्रतिभागियों द्वारा प्रतियोगिता में भाग लेने हेतु रजिस्ट्रेशन कराया गया. इस प्रतियोगिता में बिहार, झारखंड एवं अन्य राज्यों से आये हुए प्रतिभागियों ने भाग लिया. महिला एवं पुरुष के लिए अलग-अलग प्रतियोगिता आयोजित की गई थी।
प्रत्येक वर्ग में प्रथम, द्वितीय, तृतीय पुरस्कार दिया गया. साथ ही वरिष्ठ नागरिक वर्ग में भी प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय परस्कार से पुरस्कृत किया गया। सभी विजयी प्रतिभागियों को संघ के अध्यक्ष संजय कुमार, प्रबंध निदेशक रूपेश राज, निदेशक मंडल सदस्य बासुकीनाथ सिंह एवं निदेशक मंडल सदस्य कामता यादव ने पुरस्कृत किया. पटना डेयरी प्रोजेक्ट के समस्त पदाधिकारी एवं कर्मचारी के साथ बड़ी संख्या में दर्शक़ भी पहुंचे और कार्यक्रम में अपना उत्साह दिखाया।
इस अनोखी प्रतियोगिता में पुरूष वर्ग में दानापुर, पटना के हरेन्द्र यादव ने तीन मिनट में 3 किलो 655 ग्राम दही खाकर प्रथम पुरस्कार, संपतचक, पटना के अजीत कुमार ने 3 किलो 451 ग्राम दही खाकर द्वितीय पुरस्कार एवं लोदीपुर, पटना के अमित कुमार ने 3 किलो 360 ग्राम दही खाकर तृतीय पुरस्कार प्राप्त किया. वहीं महिला वर्ग में दीघा, पटना की रहनेवाली नीतु देवी ने तीन मिनट में 2 किलो 587 ग्राम दही खाकर प्रथम पुरस्कार, अलीनगर, पटना की रोजी परवीन ने 2 किलो 254 ग्राम दही खाकर द्वितीय पुरस्कार एवं राजीव नगर, पटना की नीरू कुमारी ने निर्धारित तीन मिनट में 2 किलो 157 ग्राम दही खाकर तृतीय पुरस्कार प्राप्त किया।
वरिष्ठ नागरिक श्रेणी में नेर, जहानाबाद के प्रणय शंकर कांत ने तीन मिनट में 3 किलो 375 ग्राम दही खाकर प्रथम स्थान पर कब्जा जमाया जबकि मोतिहारी के कुन्दन ठाकुर ने 2 किलो 650 ग्राम दही खाकर द्वितीय स्थान प्राप्त किया. महेन्द्र, पटना के राजेश कुमार वरिष्ठ नागिरक श्रेणी में 2 किलो 565 ग्राम दही खाकर तृतीय विजेता बने।
पटना डेयरी प्रोजेक्ट के अध्यक्ष संजय कुमार ने सभी प्रतिभागियों को दही के उपयोग से होने वाले लाभ की जानकारी देते हुए कहा कि सुधा की गुणवत्ता पर ग्राहकों का अटुट विश्वास है. सुधा सदा सभी ग्राहकों के स्वास्थ्य का खयाल रखता है. ग्रामीण क्षेत्र से लेकर पैकेजिंग तक दूध को हाथ से स्पर्श नहीं किया जाता है. उन्होंने उपस्थित प्रतिभागियों को सुधा के उत्पादों को अपने दैनिक उपयोग में लाने का सुझाव दिया।
पटना डेयरी प्रोजेक्ट के प्रबंध निदेशक रूपेश राज के द्वारा बताया गया कि यह प्रतियोगिता पिछले 14 वर्षों से आयोजित की जा रही है. उन्होंने खान-पान में ज्यादा से ज्यादा सुधा दूध, दही एवं सुधा के अन्य उत्पाद को उपयोग में लाने पर भी बल दिया. प्रबंध निदेशक ने प्रतियोगिता में भाग लेने वाले प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन किया साथ ही विजयी प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया।