नवबिहार टाइम्स संवाददाता
औरंगाबाद। देव प्रखंड के रानी तालाब स्थित सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के अवसर पर पथ संचलन झांकी के साथ निकाला गया। झांकी में विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने अलग-अलग रूप धारण कर भाग लिया। सुधा कुमारी ने भारत माता, वीर प्रताप ने डॉ भीमराव अंबेडकर, वैभव कुमार ने चंद्रशेखर आजाद, पीयूष रंजन ने भगत सिंह, बादल कुमार ने महात्मा गांधी और निशांक रंजन ने स्वामी विवेकानंद का रूप धारण किया।
यह पथ संचलन सरस्वती शिशु मंदिर देव से भवानीपुर गांव तक लगभग 1 किलोमीटर दूरी तय किया। इस दौरान झांकी को लोग बड़े ही उत्साह पूर्वक देख रहे थे। स्वतंत्रता सेनानियों की वेशभूषा में शामिल बच्चे नेताजी सुभाष चंद्र बोस द्वारा देश की आजादी में जो भूमिका निभाई गई थी वह लोगों को संदेश दे रहे थे।
विद्यालय के प्राचार्य ने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस भारत के स्वतन्त्रता संग्राम के अग्रणी तथा सबसे बड़े नेता थे। द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान अंग्रेज़ों के खिलाफ लड़ने के लिए उन्होंने जापान के सहयोग से आज़ाद हिन्द फ़ौज का गठन किया था। उनके द्वारा दिया गया “जय हिन्द” का नारा। “तुम मुझे खून दो मैं तुम्हे आजादी दूंगा” का नारा भी उनका था जो उस समय अत्यधिक प्रचलन में आया।
इस अवसर पर विद्यालय के समस्त आचार्य उपस्थित थे।