तीन दिवसीय देव सूर्य महोत्सव का आगाज
नवबिहार टाइम्स संवाददाता
औरंगाबाद। औरंगाबाद के प्रसिद्ध सूर्य महोत्सव का आज से आगाज हो गया है। भगवान सूर्य के जन्मोत्सव को लेकर ऐतिहासिक सूर्य मंदिर दुल्हन की तरह सज धज कर तैयार है। तीन दिनों तक पूरा देव जगमगता रहेगा। कारीगरों द्वारा भव्य तरीके से मंदिर तथा आस पास के जगहों को सजाया गया है। जिला प्रशासन और बिहार सरकार पर्यटन विभाग के संयुक्त तत्वधान में आयोजित तीन दिवसीय महोत्सव का सदर विधायक आनंद शंकर सिंह, जिलाधिकारी श्रीकांत शास्त्री तथा पुलिस अधीक्षक अम्बरीष राहुल आदि ने दीप प्रवजलित कर उद्घाटन किया।
इस दौरान विधायक आनंद शंकर सिंह ने कहा कि देव महोत्सव बिहार के प्रमुख महोत्सव में शुमार है और ऐसे में सरकार के मंत्रियों का नहीं पहुंचाना अपने आप में कमी खल रहा है। देव में उनके द्वारा और यहां की जनता द्वारा अति महत्वपूर्ण मेडिकल कॉलेज की मांग की जा रही है। यह मांग मुख्यमंत्री के आगमन पर भी की जाएगी। उन्होंने कई स्तरों पर इसकी मांग भी उठाई है। दशहरे के आसपास में वे मुख्यमंत्री से मिले थे और अपने विधानसभा क्षेत्र के चार प्रमुख मांगों को रखा था। मेडिकल कॉलेज की चर्चा की थी। ट्रामा सेंटर, कृषि विश्वविद्यालय या महाविद्यालय का निर्माण, अदरी नदी पर रिवर फ्रंट बनाने, बटाने नदी पर चेक डैम बनाने की मांग की थी।
जिलाधिकारी ने कहा कि देव सूर्य मंदिर अति प्राचीन है। यहां देव के विकास के लिए निरंतर प्रयास किया जा रहा है। सरकार के स्तर से भी कई योजनाएं यहां दी गई है। उन्होंने कहा कि सरकार के निर्देश पर जिला प्रशासन पूरे उत्साह के साथ काम कर रही है। यहां सड़कों का चौड़ीकरण कराया गया है। इलेक्ट्रिक बल्ब लगाए गए हैं। पर्यटन विभाग से सूर्यकुण्ड एवं रूद्र कुंड का सौंदर्यीकरण किया जा रहा है। सीएसआर फंड से सूर्य मंदिर परिसर का सौंदर्यीकरण कराया गया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री महिला सशक्तिकरण की दिशा में कार्य कर रहे हैं। सरकारी नौकरियों मे 35 प्रतिशत एवं पंचायती राज के चुनाव में 50 प्रतिशत का आरक्षण दिया गया है। छात्र पढ़ाई के साथ-साथ खेल में भी बेहतर करें। इसके लिए खेल को बढ़ावा दिया जा रहा है। राज्य सरकार ने मेडल लाओ नौकरी पाओ का भी योजना शुरू की है। खेल विश्वविद्यालय बनाया गया है। खेल से पीएचडी तक का पढ़ाई किया जा सकता है। इस जिले में 19 महोत्सव होते हैं उसमें देव सूर्य महोत्सव अग्रणी है।
इधर भगवान सूर्य के जन्मोत्सव अचला सप्तमी के अवसर पर देव के राजा किला के समीप से भव्य सूर्य रथ यात्रा निकाला गया, जो देव बाज़ार होते हुए सूर्यकुण्ड तालाब पहुंची। इसके बाद दीवान बिगहा होते हुए पुनः किला के पास पहुंची। इस रथ यात्रा में लगभग 10000 से अधिक श्रद्धालु शामिल हुए। साथ ही महिलाएं कलश लेकर शामिल थी।