.कांग्रेस ने इस गंभीर मामले पर चर्चा के लिए विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने की मांग की है ।
नवबिहार टाइम्स ब्यूरो
पटना। मुजफ्फरपुर में एक दलित बच्ची के साथ हुए दुष्कर्म के बाद चाकूओं से घायल किए जाने और जब उसे पीएमसीएच में लाया गया तो समय पर उचित चिकित्सा के अभाव में उसकी मौत पर पूरे राज्य में आक्रोश का माहौल है । इस घटना को लेकर विपक्ष लगातार सरकार पर हमलावर है और इसकी उच्चस्तरीय जांच की मांग कर रहा है। इसी कड़ी में बुधवार को कांग्रेस और जनसुराज पार्टी के प्रतिनिधिमंडल ने अलग-अलग राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपा है। कांग्रेस ने राज्यपाल से विशेष सत्र बुलाने की भी मांग की। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम के नेतृत्व में राज्यपाल से मुलाकात के बाद प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि उन्होंने राज्यपाल से मांग की है कि इस गंभीर मामले पर बिहार विधानसभा का विशेष सत्र बुलाकर चर्चा कराई जाए। प्रतिनिधिमंडल ने घटना की उच्चस्तरीय जांच की मांग करते हुए कहा कि पीएमसीएच और एसकेएमसीच के दोषी डॉक्टरों व पदाधिकारियों की पहचान कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। इसके अलावा कांग्रेस ने राज्यपाल से अपील की कि पीड़ित परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए और उचित मुआवजे की घोषणा की जाए। राजेश राम ने बताया कि राज्यपाल ने पूरे मामले को गंभीरता से सुना है और आश्वासन दिया है कि वह इस विषय पर राज्य सरकार से बातचीत करेंगे।
कांग्रेस के बाद जन सुराज पार्टी का भी एक प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान से मिला और उन्हें ज्ञापन सौंपा। राज्यपाल से मुलाकात के बाद पत्रकारों से बात करते हुए जनसुराज के प्रदेश अध्यक्ष मनोज भारती ने कहा कि जन सुराज पार्टी आज अपनी 4 मांगों को लेकर राज्यपाल से मिला। हमारी पहली मांग है कि इस पूरी घटना की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए स्वास्थ्य मंत्री तुरंत इस्तीफा दें। दूसरी मांग एसकेएमसीएच और पीएमसीएच में हुई प्रशासनिक और चिकित्सकीय लापरवाही की न्यायिक जांच हो और दोषी कर्मियों के खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक और आपराधिक कार्रवाई की जाए। वही तीसरी मांग है कि पीड़ित परिवार को 1 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए। और हमारी चौथी मांग है कि दुष्कर्म के दोषियों को त्वरित न्याय प्रणाली के तहत सख्त से सख्त सजा मिले ताकि समाज में न्याय प्रणाली के प्रति विश्वास बहाल हो।