नवबिहार टाइम्स ब्यूरो
औरंगाबाद। औरंगाबाद जिले में इस वर्ष वर्षा कम होने के कारण धान की रोपनी प्रभावित हो रही है। जिलाधिकारी श्रीकांत शास्त्री ने सोमवार को आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि जिले में अब तक 8% ही रोपनी हो सकी है जबकि 20% तक रोपनी हो जानी चाहिए थी। उन्होंने बताया कि जून माह में सामान्य वर्षापात 136.1 मिलीमीटर के विरुद्ध 189.07 हुई थी जबकि जुलाई माह में सामान्य वर्षापात 323.4 के विरुद्ध 14 जुलाई तक मात्र 56.02 मिलीमीटर ही हुआ है जो सामान्य वर्षापात से 61.52% कम है।
जिलाधिकारी ने बताया कि 15 अगस्त तक विभाग द्वारा धान की रोपनी पर नजर रखी जाती है। ऐसे में जिले के सोन कैनाल नहर से किसानों के खेत तक पानी अच्छी तरह से पहुंचे, इसकी लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है। हालांकि उत्तर कोयल नहर का कार्य पूरा नहीं होने के कारण इससे पानी अपेक्षा के अनुरूप नहीं मिल पा रही है, इसके लिए विभागीय स्तर पर लगातार प्रयास किया जा रहे हैं ताकि धान की रोशनी का प्रतिशत अधिक से अधिक जिले में हो।
श्री शास्त्री ने बताया कि जिले के सभी प्रखंडों में सभी प्रकार के उर्वरक प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैं। यदि किसी किसान को उर्वरक लेने में कोई परेशानी हो रही है तो वह अपने प्रखंड कृषि पदाधिकारी या जिला स्तर पर उर्वरक कंट्रोल रूम के फोन नंबर 06186 469430 पर संपर्क कर सकते हैं। वहीं उन्होंने किसानों से अनुरोध किया है कि वह उर्वरक की कमी की स्थिति के संबंध में किसी प्रकार की अफवाह को नजर अंदाज करेंगे। सभी प्रखंड कृषि पदाधिकारी एवं पंचायत स्तर पर कृषि समन्वयक को अपने निगरानी में उर्वरक वितरण करने का निदेश दिया गया है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में जिला जनसंपर्क पदाधिकारी रत्ना प्रियदर्शी भी मौजूद रहीं।