दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय में वृहद वृक्षारोपण
नवबिहार टाइम्स ब्यूरो
गया। दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय, गया और 29वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल के संयुक्त तत्वावधान में शुक्रवार को वृहद वृक्षारोपण अभियान का आयोजन किया गया। विश्वविद्यालय परिसर में हुए इस आयोजन में सैकड़ों पौधे लगाए गए। कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति कामेश्वर नाथ सिंह ने की। उन्होंने कहा कि वृक्षारोपण केवल औपचारिकता नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए पर्यावरण की विरासत तैयार करने का संकल्प है।
उन्होंने सभी से आग्रह किया कि हर व्यक्ति कम से कम एक पेड़ अपनी माँ के नाम पर अवश्य लगाए। कुलपति ने कहा कि अगर देश का हर नागरिक एक पौधा लगाए और उसकी देखभाल करे तो 140 करोड़ पेड़ धरती पर लग सकते हैं। यही ‘मेरी लाइफ अभियान का वास्तविक अर्थ है—अपने जीवन को पर्यावरण के अनुकूल बनाना। इस अभियान में 29वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल, गया की भूमिका भी अत्यंत उल्लेखनीय रही।
बल के कमांडेंट मधुकर अमिताभ ने उपस्थित जनसमुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि बल केवल सीमाओं की सुरक्षा नहीं करता, बल्कि समाज और पर्यावरण की भी जिम्मेदारी निभाता है। उन्होंने कहा कि पेड़ लगाना तो शुरुआत है, असली जिम्मेदारी उसकी देखरेख की है। पेड़ और मनुष्य एक-दूसरे के पूरक हैं। यदि हम हर पौधे को परिवार का हिस्सा मान लें, तो पर्यावरण स्वतः संरक्षित हो जाएगा। मधुकर अमिताभ ने बताया कि 29वीं वाहिनी अब तक 62 हजार से अधिक पौधे लगा चुकी है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में और भी बड़े स्तर पर वृक्षारोपण किया जाएगा ताकि समाज को शुद्ध वातावरण मिल सके और जलवायु परिवर्तन की चुनौती से मुकाबला किया जा सके।
कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलसचिव नरेंद्र सिंह राणा, उपकुलसचिव प्रतिश कुमार दास और 29वीं वाहिनी के उप कमांडेंट अबनीश यादव भी मौजूद रहे। विश्वविद्यालय के शिक्षक, कर्मचारी और बलकर्मियों ने मिलकर बड़े स्तर पर पौधारोपण किया। इस आयोजन ने न केवल पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया, बल्कि नागरिक दायित्व की भावना को भी मजबूत किया।