नवबिहार टाइम्स संवाददाता
मसौढ़ी। सिविल कोर्ट मसौढ़ी के अधिवक्ताओ ने शनिवार को पुलिस के खिलाफ बिगुल फूंक दिया है और कोर्ट कैंपस में विरोध मार्च निकालते हुए न्यायिक कार्य का बहिष्कार कर दिया है। दरअसल अधिवक्ता दयानंद पासवान को झूठे केस में फसाने, हाजत में रखकर पिटाई करने को लेकर कोर्ट कैंपस में पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए विरोध किया, जहां आरोपी दारोगा को निलंबित करने एवं अधिवक्ता दयानंद पासवान को जेल से जमानत पर रिहा करने की मांग की है।
अधिवक्ता संघ के सचिव राकेश कुमार ने कहा है कि कोर्ट कैंपस में पुलिसिया गुंडागर्दी चल रही है। कोर्ट कैंपस से ही किसी को भी पुलिस गिरफ्तार कर रही है। अधिवक्ता को झूठे केस में फंसा कर उसे हाजत में पिटाई कर रही है, यह पुलिस की दादागिरी है। हम मांग करते हैं कि आरोपी दारोगा को निलंबित करें और निर्दोष अधिवक्ता को जिसे झूठ केस में फसाया गया है उसे जेल से जमानत पर रिहा करें, और अधिवक्ताओं को सुरक्षा की गारंटी करें, इसको लेकर सिविल कोर्ट मसौढ़ी के प्रभारी न्यायाधीश को पांच सूत्री मांगों का ज्ञापन सौंपा है। अध्यक्ष अरविंद कुमार सिंह ने कहा कि न्याययिक कार्य का बहिष्कार रहेगा, अगर यह मांग पूरी नहीं हुई तो और भी उग्र आंदोलन होगा और चरणबद्ध तरीके से आंदोलन किया जाएगा
मौके पर अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष अरविंद कुमार सिंह, सचिव राकेश शर्मा, चंद्रकेत सिंह, चंदेल कुमार, पूर्व अध्यक्ष महेंद्र सिंह, अशोक समेत कई अधिवक्ता शामिल रहे।