नवबिहार टाइम्स संवाददाता
मसौढ़ी। देवघर के बाबानगरी में जलाभिषेक करने के बाद बस से भरे कांवरियों का जत्था बासुकीनाथ जा रहा था जो रास्ते में सिलेंडर भरे ट्रक से टकरा गया, जिसमे बिहार के कई श्रद्धालुओं की मौत हो गई। इस हादसे में धनरूआ के अशरफगंज के पति–पत्नी की भी मौत हो गई। घटना स्थल पर समदा देवी की मौत हो गई, वही इलाज के दौरान देवकी प्रसाद की मौत हो गई। देवकी प्रसाद वर्ष 2023 मे सचिवालय थाने से होमगार्ड से रिटायर्ड हुए थे। वह अपनी मन्नत पुरी करने के लिए बासुकीनाथ जा रहे थे।
परिजनों ने बताया कि जब उनका एक भी बेटा नही था तो मन्नत मांगी थी की पांच बार जाकर जलाभिषेक और पुजा अर्चना करेगे। इस बार देवकी प्रसाद और समदा देवी की पांचवा यात्रा थी जो अंतिम यात्रा हो गई। छोटा बेटा अजीत कुमार को मामूली चोट लगी है। उसने सुबह में फोन पर मामा धर्मेंद्र प्रसाद से बात की, सूचना मिलते ही पूरा परिवार रो-रो कर बेहाल हो गए।
देवकी प्रसाद के चार बेटी, दो बेटे हैं जिसमें दो बेटी की शादी हो गई है। एक बड़ा बेटा सुधीर कुमार और छोटा बेटा अजीत कुमार है। सभी बेसुध पडे है। शव को लाने परिजन जसीडीह थाने गये हुए है। पुरे गांव मे मातम का माहौल है। बासुकीनाथ जाने के क्रम हुए सडक हादसे मे कांवडियों की मौत पर पुरे बिहार भर मे श्रद्धालुओं को आहत कर दिया है।
नगर परिषद के उप मुख्य पार्षद चंद्रकांता प्रसाद ने शोकाकुल परिजनो से मुलाकात कर श्रद्धांजलि दी। वहीं जिला परिषद प्रतिनिधि वीरेंद्र उर्फ किरी यादव के साथ अन्य लोग भी शामिल रहे।