वोटर अधिकार यात्रा के दौरान नुक्कड़ नाटक की मिली थी अनुमति
नवबिहार टाइम्स ब्यूरो
औरंगाबाद। औरंगाबाद शहर के रमेश चौक पर रविवार की शाम वोटर अधिकार यात्रा के दौरान राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की जो आम सभा हुई उसकी प्रशासनिक अनुमति नहीं थी। प्रशासन ने केवल नुक्कड़ नाटक की अनुमति दी थी क्योंकि रमेश चौक पर आमसभा करने के लिए जगह ही नहीं है। यहां पर आम सभा होने के कारण वहां के स्थानीय और फुटपाथी दुकानदारों के अलावा आम जनता को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। जो कहीं से भी उचित नहीं है। यह बातें औरंगाबाद के पूर्व सांसद सुशील कुमार सिंह ने सोमवार को अपने आवास पर आयोजित प्रेस वार्ता में कही।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और तेजस्वी यादव ने वोटर अधिकार यात्रा के दौरान औरंगाबाद शहर में स्थापित एक भी महापुरुषों और स्वतंत्रता सेनानियों की प्रतिमा पर माल्यार्पण नहीं किया। यह उनके प्रति अपमान है क्योंकि जो भी प्रतिमाएं स्थापित हैं वह वोटर अधिकार यात्रा के मार्ग में ही थी। वहीं कांग्रेस पार्टी के बड़े नेताओं की प्रतिमा को भी राहुल गांधी ने सम्मान नहीं दिया गया। शायद यही वजह है कि पूर्व सांसद निखिल कुमार इस यात्रा में शामिल नहीं थे।
पूर्व सांसद ने कहा कि वोट हथियाने और जनता को बरगलाने के लिए केवल यह यात्रा निकाली गई है। जबकि गरीबों के मसीहा आज की तिथि में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही हैं और इस बात को सभी लोग जानते हैं। तेजस्वी यादव ने जनता को मूर्ख कहा है जबकि यही जनता अपने मत के अधिकार से इस अपमान का बदला जरूर लेगी। कांग्रेस और राजद इसलिए हल्ला मचा रहे हैं कि सत्ता में आने के बाद वे करप्शन को लीगल स्वरूप दे सकें क्योंकि नेहरू परिवार और लालू परिवार पूरी तरह से भ्रष्टाचार में लिप्त है। दोनों पार्टियां करप्शन के रिटेलर और होलसेलर हैं।
श्री सिंह ने कहा कि अगर वोट की चोरी होती तो मैं चुनाव में क्यों हार जाता। ऐसे में महागठबंधन के निर्वाचित सांसद को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। चुनाव आयोग ने साफ कहा है कि वह सभी मतदाता के साथ खड़ी है और सही और संवैधानिक लोगों के लिए काम कर रही है। फर्जी और घुसपैठियां वोटरों को पूरी तरह से मतदाता सूची से बाहर निकाल देना है।