तंबाकू मुक्त शिक्षण संस्थान विषय पर प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन
नवबिहार टाइम्स ब्यूरो
औरंगाबाद। जिला स्वास्थ्य समिति, औरंगाबाद एवं राज्य सरकार की तकनीकी सहयोगी संस्था सोशियो-इकोनॉमिक एंड एजुकेशनल डेवलपमेंट सोसाइटी (सीड्स) के संयुक्त तत्वावधान में आज तंबाकू मुक्त शिक्षण संस्थान विषय पर एक उन्मुखीकरण एवं प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम सदर अस्पताल स्थित प्रशिक्षण कक्ष में आयोजित की गई जिसकी अध्यक्षता सिविल सर्जन डॉ लालसा सिन्हा ने की। कार्यक्रम में जिला गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ. रवि रंजन, डीएस व अस्पताल प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का प्रमुख उद्देश्य बच्चों को तंबाकू की लत से बचाना एवं तंबाकू के दुष्प्रभावों को लेकर समाज में व्यापक जागरूकता फैलाना था। कार्यशाला में सीड्स के तकनीकी सहयोग से शिक्षको को तंबाकू नियंत्रण अधिनियम के विभिन्न कानूनी प्रावधानों की जानकारी दी गई तथा तम्बाकु मुक्त शिक्षण संस्थान और इसके प्रभावी क्रियान्वयन हेतु प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
सीड्स के राज्य कार्यक्रम प्रबंधक सुदर्शन सिंह ने बताया कि बिहार में प्रतिदिन औसतन 440 बच्चे तंबाकू सेवन की शुरुआत करते हैं, जो अत्यंत चिंताजनक स्थिति है। उन्होंने कोटपा- 2003 की विभिन्न धाराओं के अंतर्गत कार्रवाई की जानकारी देते हुए राज्य सरकार द्वारा चलाए जा रहे तंबाकू नियंत्रण अभियान की रूपरेखा प्रस्तुत की।
जिला गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ. रवि रंजन ने कहा कि “तंबाकू को जड़ से समाप्त करने हेतु सामाजिक संस्थानों और आम जनता की सक्रिय भागीदारी आवश्यक है। इस अभियान को और प्रभावी बनाने के लिए इसे पंचायत स्तर तक ले जाने की जरूरत है।”
सिविल सर्जन ने सभी से आह्वान किया कि “तंबाकू मुक्त जिला” बनाने के लिए एक जन-आंदोलन की शुरुआत करें। उन्होंने कहा कि “हम सभी का कर्तव्य है कि हम बच्चों और युवाओं को इस घातक लत से दूर रखें ताकि एक बेहतर, स्वस्थ और उज्जवल भविष्य सुनिश्चित किया जा सके।”
मौके पर सुनिल कुमार चौधरी, चितरंजन सहाय, स्वर्ण विजय पांडे व आशीष सिंह आदि उपस्थित रहे।