सभी मार्गों की मरम्मति कार्य तत्काल पूर्ण करने हेतु संबंधित कार्यपालक अभियंता को मिला निर्देश
नवबिहार टाइम्स ब्यूरो
औरंगाबाद। आज समाहरणालय सभाकक्ष में देव कार्तिक छठ मेला की तैयारी एवं विधि व्यवस्था से संबंधित समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता जिलाधिकारी श्रीकान्त शास्त्री एवं पुलिस अधीक्षक अम्ब्रिश राहुल द्वारा संयुक्त रूप से की गई। बैठक में जिलाधिकारी ने बताया कि देव कार्तिक छठ मेला का आयोजन 25 अक्टूबर से 28 अक्टूबर तक किया जाएगा। इस अवसर पर लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं एवं व्रतियों का आगमन होगा, जिसके दृष्टिगत समुचित तैयारी एवं विधि-व्यवस्था सुनिश्चित करना जिला प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। ऐसे में जिलाधिकारी द्वारा सभी संबंधित पदाधिकारीयों को निर्देश दिया गया कि अपने-अपने स्तर से समयबद्ध एवं प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित करें, ताकि देव कार्तिक छठ मेला का आयोजन सुव्यवस्थित, शांतिपूर्ण एवं सुरक्षित वातावरण में संपन्न हो सके।
आवास व्यवस्था
व्रतियों एवं श्रद्धालुओं के आवासन हेतु मेला क्षेत्र में कुल 09 स्थलों को चिन्हित किया गया है। इनमें राजा जगन्नाथ उच्च विद्यालय का मैदान, राजा जगन्नाथ उच्च विद्यालय के पश्चिम का भाग, मालेनगर के पास, हरिकीर्तन बीघा के पास, पैक्स गोदाम का उत्तरी भाग, थाना परिसर के समीप, सिंचाई कॉलोनी का मैदान, चांदपुर मध्य का मैदान, संत विजय दास धर्मशाला बहुआरा मोड़ के पास तथा नरची गेट के समीप दिवाकर नगर शामिल हैं। इन स्थलों पर टेंट, पंडाल, लाइटिंग, जनरेटर, दरी आदि की संपूर्ण व्यवस्था बीआरबीसीएल नबीनगर, एनएसपीटीएस नबीनगर, श्री सीमेंट औरंगाबाद, पंजाब नेशनल बैंक औरंगाबाद, भारतीय स्टेट बैंक औरंगाबाद, इंडियन बैंक औरंगाबाद, आईसीआईसीआई बैंक औरंगाबाद, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया औरंगाबाद एवं अंचल अधिकारी औरंगाबाद के सहयोग से कराई जाएगी।
सड़क एवं अधोसंरचना व्यवस्था
देव के आसपास जोड़ने वाले सभी मार्गों की मरम्मति कार्य तत्काल पूर्ण करने हेतु संबंधित कार्यपालक अभियंता को निर्देश दिया गया। जिला पदाधिकारी ने कहा कि श्रद्धालुओं के आवागमन में किसी प्रकार की कठिनाई न हो, इसके लिए सभी मार्गों को दुरुस्त करना अनिवार्य है।
सुरक्षा एवं विधि व्यवस्था
मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु पर्याप्त संख्या में पुलिस बल, विशेषकर महिला पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की जाएगी। तालाब परिसर एवं मेला क्षेत्र में किसी भी प्रकार का अवैध गुमटी या मांस-मछली की दुकान नहीं लगाने दी जाएगी। स्थायी एवं अस्थायी अतिक्रमणों को चिह्नित कर अभिलंब हटाने का निर्देश संबंधित पदाधिकारियों को दिया गया। विधि व्यवस्था प्रबंधन समिति का गठन किया गया है, जिसमें अपर समाहर्ता औरंगाबाद, अनुमंडल पदाधिकारी औरंगाबाद एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी औरंगाबाद को दायित्व सौंपा गया है।
पेयजल एवं स्वास्थ्य सुविधा
लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग को निर्देश दिया गया है कि बंद पड़े चापाकलों की मरम्मती की जाए तथा मेला अवधि में 24 घंटे पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। आवश्यकता पड़ने पर टैंकर की व्यवस्था भी की जाएगी। चिकित्सा सुविधा हेतु सिविल सर्जन औरंगाबाद को निर्देश दिया गया कि मेला क्षेत्र में अस्थायी चिकित्सा शिविर स्थापित किया जाए। आकस्मिकता की स्थिति से निपटने हेतु एंबुलेंस, स्ट्रेचर, पर्याप्त जीवनरक्षक औषधियाँ तथा महिला एवं पुरुष विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम की प्रतिनियुक्ति सुनिश्चित की जाएगी।
यातायात एवं पार्किंग व्यवस्था
मेला अवधि में वाहनों की भारी आवाजाही को देखते हुए यातायात प्रबंधन समिति का गठन किया गया है। इस समिति में अनुमंडल पदाधिकारी, जिला परिवहन पदाधिकारी तथा अन्य संबंधित पदाधिकारी को दायित्व सौंपा गया है। जिला पदाधिकारी ने निर्देश दिया कि पर्याप्त पार्किंग स्थल चिह्नित कर वाहनों की सुव्यवस्थित पार्किंग व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
अग्निशमन व्यवस्था
मेला क्षेत्र में अग्निशामक वाहनों की उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु अग्निशमन विभाग को निर्देशित किया गया है। छठ पर्व की अवधि में सूर्यकुंड के समीप 02, थाना के समीप 02 तथा ब्लॉक परिसर के समीप 01 अग्निशमन वाहन 24 घंटे उपलब्ध रहेंगे। इसके अतिरिक्त विभिन्न आवासन स्थलों पर भी अग्निशमन वाहनों की प्रतिनियुक्ति की जाएगी।
आपदा प्रबंधन
आकस्मिक परिस्थितियों से निपटने हेतु एनडीआरएफ एवं एसडीआरएफ की टीम को प्रतिनियुक्त करने हेतु आपदा प्रबंधन विभाग से अनुरोध किया जाएगा। दोनों सूर्यकुंड तालाबों के पास पर्याप्त संख्या में लाइफ जैकेट, गोताखोर, जाल एवं अन्य सुरक्षा उपकरण की व्यवस्था भी अनिवार्य रूप से की जाएगी।
तकनीकी एवं निगरानी व्यवस्था
मेला क्षेत्र के प्रमुख स्थानों, सूर्य मंदिर के गर्भगृह एवं अर्घ्य स्थलों पर सीसीटीवी कैमरे स्थापित किए जाएंगे। साथ ही, मेला क्षेत्र में नियंत्रण कक्ष की स्थापना की जाएगी, जिसमें एक दंडाधिकारी एवं एक पुलिस पदाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की जाएगी। नियंत्रण कक्ष में आवश्यकता अनुसार वालंटियर्स एवं एनसीसी कैडेट्स की भी प्रतिनियुक्ति होगी।
इस अवसर पर अपर समाहर्ता अनुग्रह नारायण सिंह, अपर समाहर्ता (आपदा) उपेंद्र पंडित, जिला परिवहन पदाधिकारी सुनंदा कुमारी, भूमि सुधार उपसमाहर्ता श्वेतांक लाल, जिला पंचायती राज पदाधिकारी इफ्तेखार अहमद, जिला योजना पदाधिकारी अविनाश प्रकाश, वरीय उपसमाहर्ता रितेश कुमार यादव एवं बेवी प्रिया सहित सभी विभागों के कार्यपालक अभियंता, प्रखंड विकास पदाधिकारी देव, अंचलाधिकारी देव, मंदिर न्यास समिति के सदस्य एवं जिला स्तरीय सभी पदाधिकारी उपस्थित रहे।