मुंगेर विश्वविद्यालय एवं आरडी एंड डीजे कॉलेज की संयुक्त पहल
नवबिहार टाइम्स ब्यूरो
मुंगेर। मुंगेर विश्वविद्यालय एवं आरडी एंड डीजे कॉलेज के संयुक्त तत्वावधान में ‘नैक मूल्यांकन पर जागरूकता’ विषयक एक दिवसीय कार्यशाला रविवार को कॉलेज सभागार में आयोजित की गई। इस अवसर पर कुलपति प्रो (डॉ) संजय कुमार अध्यक्ष सह मुख्य अतिथि रहे जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में उच्च शिक्षा निदेशक प्रो (डॉ) एनके अग्रवाल और कुलसचिव डॉ घनश्याम राय उपस्थित थे। कार्यशाला का उद्देश्य उच्च शैक्षणिक संस्थानों को नैक मूल्यांकन के विभिन्न मानकों की जानकारी देना, संस्थानों को अपनी सेल्फ स्टडी रिपोर्ट (एसएसआर) भरने में मार्गदर्शन देना तथा संस्थागत प्रदर्शन सुधार हेतु उपाय सुझाना था। कार्यशाला के संयोजक कॉलेज के प्राचार्य प्रो (डॉ) बिजेंद्र कुमार और आयोजन सचिव मुनींद्र कुमार सिंह थे। संचालन कार्यक्रम समन्वयक मुनींद्र कुमार सिंह ने किया।
विश्वविद्यालय के 35 कॉलेजों से 180 प्रतिभागियों, जिनमें प्राचार्य, आइक्यूएसी कोऑर्डिनेटर और डाटा एंट्री ऑपरेटर शामिल थे, ने भाग लिया। विशिष्ट सत्रों में उच्च शिक्षा निदेशक एनके अग्रवाल ने कहा कि सबसे पहले शिक्षकों को आत्ममूल्यांकन करना चाहिए और अपने अध्यापन कार्य पर गर्व करना चाहिए। शैक्षणिक संस्थान की उत्कृष्टता ही शिक्षक की पहचान है। समाज संस्थान के स्तर के आधार पर ही मूल्यांकन करता है, इसलिए उच्च शिक्षा की गुणवत्ता निर्माण हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है। उन्होंने सामाजिक और प्रशासनिक स्तर पर घटते शिक्षक सम्मान की चिंता जताई और उत्कृष्ट कार्य को नैतिकता के साथ करने पर बल दिया।
कुलसचिव डॉ घनश्याम राय ने कहा कि शैक्षणिक संस्थानों के प्रदर्शन के मूल्यांकन हेतु नैक प्रक्रिया अनिवार्य है और यह कार्यशाला सभी कॉलेजों को मूल्यांकन की तैयारी में मार्गदर्शन देगी। कुलपति प्रो (डॉ) संजय कुमार ने अध्यक्षीय वक्तव्य में कहा कि नैक मूल्यांकन संस्थान का नहीं बल्कि शिक्षकों का मूल्यांकन है। इसमें अकादमिक और शोध कार्य का आकलन ग्रेड के माध्यम से किया जाता है। उन्होंने 127 वर्ष पुराने आरडी एंड डीजे कॉलेज में नैक कार्यशाला आयोजित होने पर प्रसन्नता व्यक्त की और आशा जताई कि सभी कॉलेज इससे लाभान्वित होंगे। इस अवसर पर कॉलेज के एसोसिएट प्रोफेसर गोपाल प्रसाद चौधरी समन्वयक, डॉ केसी पटनायक प्रोग्राम एडवाइजर और एस एम नायाब टेक्निकल एडवाइजर रहे।
प्राचार्य बिजेंद्र कुमार ने बताया कि 2017 में कॉलेज का पहली बार नैक मूल्यांकन हुआ था और अब द्वितीय चक्र हेतु तैयारी चल रही है। डीएसडब्लू प्रो (डॉ) महेश्वर मिश्रा ने धन्यवाद ज्ञापन किया। कार्यशाला को सफल बनाने में अनुष्का श्री, वंशिका, हर्ष, मृतुंजय, सुधांशु, अनुनय घोष, अभिषेक कुमार सम्मान, सौरव शांडिल्य और सुमंत कुमार की भूमिका सराहनीय रही। इस मौके पर दरभंगा से देवघर जाते हुए ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय दरभंगा के सीनेट एवं सिंडिकेट सदस्य प्रो (डॉ) बैजनाथ चौधरी ‘बैजू बाबू’ ने भी कुलपति संजय कुमार और कुलसचिव घनश्याम राय से शिष्टाचार मुलाकात की। उन्हें कुलपति और कुलसचिव ने चादर व पौधा भेंटकर सम्मानित किया।