यह परियोजना पूरे क्षेत्र के लिए होगी ऐतिहासिक साबित : सुशील कुमार सिंह
नवबिहार टाइम्स ब्यूरो
औरंगाबाद। पटना, अरवल, जहानाबाद एवं औरंगाबाद जिले के लाखों लोगों को सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से रेल मंत्रालय ने बिहटा-अनुग्रह नारायण रोड नई लाइन का निर्माण कार्य तत्काल प्रभाव से चालू करने का फैसला लिया है। इसके लिए राशि की स्वीकृति दे दी गई है और पूर्व मध्य रेल को निर्देश दिया गया है कि परियोजना के लिए समेकित तरीके से कार्य को प्रारंभ किया जाए।
सूत्रों के अनुसार इस परियोजना से मगध एवं शाहाबाद क्षेत्र के विकास को नई गति मिलेगी। परियोजना से संबंधित विस्तृत विवरण तैयार कर दिया गया है जिसके अनुसार इस परियोजना के निर्माण पर कुल लागत रुपये 3606.42 करोड़ की लागत आएगी। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने परियोजना पर काम चालू करने के प्रस्ताव पर स्वीकृति प्रदान कर दी है।
117 किमी लंबी इस रेल लाइन से बिहटा-अनुग्रह नारायण रोड के बीच सीधी कनेक्टिविटी मिलेगी। यहां ध्यान देने बात यह है कि अनुग्रह नारायण रोड से औरंगाबाद के बीच लगभग 13 किमी लंबी रेल लाइन को पहले ही स्वीकृति मिल चुकी है और इस पर कार्य प्रगति पर है। कुल मिलाकर, पटना से अरवल, औरंगाबाद की सीधा रेल संपर्क स्थापित हो जाएगा और इस क्षेत्र की बहुप्रतीक्षित मांग पूरी होगी। बिहटा में आरओआर को इस परियोजना के तहत स्वीकृति मिली है जिससे निर्बाध तरीके से इस प्रस्तावित लाइन पर यातायात सुनिश्चित किया जा सकेगा।
इस परियोजना के पूर्ण होने से एक ओर जहां इस क्षेत्र में सामाजिक और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा वहीं दूसरी ओर डीडीयू-पटना-झाझा मेन लाइन और डीडीयू-गया-कोडरमा ग्रैंड कॉर्ड लाइन के मध्य एक और नया वैकल्पिक मार्ग उपलब्ध हो जाएगा।
औरंगाबाद के पूर्व सांसद सुशील कुमार सिंह ने कहा कि यह परियोजना पूरे क्षेत्र के लिए ऐतिहासिक साबित होगी। इससे ग्रामीण क्षेत्रों का संपर्क और मजबूत होगा और लोगों को बेहतर यातायात सुविधा मिलेगी। उन्होंने रेल मंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि लंबे समय से यह मांग की जा रही थी, जिस पर अब निर्णायक कदम उठाया गया है। हमने भी इस परियोजना के लिए कई बार पत्र लिखकर मांग उठाया था। इस लाइन के बन जाने से पटना से औरंगाबाद तथा आसपास के क्षेत्रों की दूरी और यात्रा समय में कमी आएगी। इससे शिक्षा, स्वास्थ्य, व्यापार और उद्योग क्षेत्रों में नए अवसर खुलेंगे।
स्थानीय जनप्रतिनिधियों और सामाजिक संगठनों ने भी इस निर्णय का स्वागत किया है और आशा व्यक्त की है कि समयबद्ध तरीके से निर्माण कार्य संपन्न होगा। परियोजना पूरी होने के बाद लाखों लोगों को सीधा लाभ मिलेगा और क्षेत्रीय विकास की रफ्तार और तेज हो जाएगी।