नवबिहार टाइम्स ब्यूरो
औरंगाबाद। औरंगाबाद के श्रीकृष्ण नगर में आयोजित यज्ञ के तीसरे दिन स्वामी कृष्णप्रपन्नाचार्य जी ने प्रवचन करते हुए भागवत कथा के दशम स्कंद की व्याख्या की जिसमें भगवान कृष्ण का जन्मोत्सव मनाया गया। व्यास पीठ से प्रवचन करते हुए स्वामी जी ने कहा कि जब भी धरती पर आसुरी शक्ति हावी हुईं, परमात्मा ने धर्म की रक्षा के लिए अवतार लेकर धरती पर धर्म की स्थापना की। उन्होंने कई प्रसंगों से जोड़कर इसकी रोचक व्याख्या की।
भागवत के विभिन्न प्रसंगों का वर्णन करते हुए स्वामी जी ने कहा कि भागवत कथा सुनने का सौभाग्य मिलना बड़ा दुर्लभ है। जब भी हमें यह सुअवसर मिले, इसका सदुपयोग करना चाहिए। कथा सुनते हुए उसी के अनुसार कार्य करें। कथा का सुनना तभी सार्थक होगा। जब उसके बताए हुए मार्ग पर चलकर परमार्थ का काम करेंगे। व्यास पीठ से स्वामी जी ने रामकथा का संक्षिप्त में वर्णन करते हुए कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम ने धरती को राक्षसों से मुक्त करने के लिए अवतार धारण किया।
कथा में कृष्ण जन्म का वर्णन होने पर समूचा पंडाल खुशी से झूम उठा। श्रद्धालुओं ने भगवान के जयकारे के साथ माहौल भक्तिमय कर दिया। कथा सुनने नगर सहित आसपास गांव से बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हो रहे हैं। यज्ञ कमिटी के सदस्य श्रद्धालुओं की हर सुविधा का ख्याल रख रहे है। अध्यक्ष रामानुज शर्मा ने बताया कि मंगलवार को पूर्णाहुति के साथ विशाल भंडारे का आयोजन होगा।