कई पदाधिकारियों ने भी छोड़ी पार्टी, अशोक सिंह के राजद से जुड़ने की अटकलें तेज
नवबिहार टाइम्स ब्यूरो
औरंगाबाद। विधानसभा चुनाव के बीच शनिवार को जिले की राजनीति में बड़ा उलटफेर देखने को मिला। जनता दल यूनाइटेड में अंदरूनी कलह खुलकर सामने आ गई है। जिला जदयू अध्यक्ष और रफीगंज से दो बार विधायक रह चुके अशोक कुमार सिंह ने पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। उनके इस कदम से पार्टी के भीतर गहरी हलचल मच गई है।
अशोक सिंह ने अपने फेसबुक पोस्ट के माध्यम से शनिवार की शाम इस्तीफे की घोषणा की। उन्होंने बताया कि उन्होंने 17 अक्टूबर को ही पार्टी के जिलाध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था, हालांकि उन्होंने अपने पोस्ट में इस्तीफे के कारणों का उल्लेख नहीं किया है और न ही पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र देने की बात कही है। इस बीच पार्टी ने तत्काल प्रभाव से नई नियुक्ति करते हुए पूर्व जिलाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार सिंह को औरंगाबाद जिला जनता दल यूनाइटेड का कार्यकारी अध्यक्ष मनोनीत किया है।
इस संबंध में बिहार प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा का पत्र जारी किया गया है, जिसे रफीगंज के जदयू प्रत्याशी प्रमोद कुमार सिंह ने सार्वजनिक किया। अशोक सिंह के इस्तीफे के साथ ही पार्टी में असंतोष का दौर तेज हो गया है। पूर्व जदयू जिलाध्यक्ष अनिल मेहता ने पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है, जबकि रफीगंज प्रखंड जदयू अध्यक्ष सुनील कुमार वर्मा ने भी अपने पद से त्यागपत्र दे दिया है। राजनीतिक हलकों में यह चर्चा जोरों पर है कि अशोक कुमार सिंह जल्द ही राष्ट्रीय जनता दल से जुड़ सकते हैं और संभव है कि रफीगंज से राजद के उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतरें। यदि ऐसा होता है तो रफीगंज सीट पर मुकाबला बेहद दिलचस्प हो सकता है।
फिलहाल रफीगंज से राजद विधायक मोहम्मद नेहालुद्दीन हैं, हालांकि पार्टी ने अब तक उनके नाम की औपचारिक घोषणा नहीं की है और न उन्होंने नामांकन किया है। उल्लेखनीय है कि पिछले विधानसभा चुनाव में अशोक कुमार सिंह रफीगंज से जदयू प्रत्याशी थे, लेकिन उन्हें तीसरे स्थान से संतोष करना पड़ा था। उस चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी प्रमोद कुमार सिंह दूसरे स्थान पर रहे थे, जिन्हें इस बार जदयू ने आधिकारिक उम्मीदवार बनाया है। इसी निर्णय से अशोक सिंह और उनके समर्थकों में नाराजगी की चर्चा रही है।
जदयू में बगावत का एक और मोर्चा नवीनगर से खुला है, जहां पार्टी के वरिष्ठ नेता और प्रखंड उप प्रमुख लव कुमार सिंह ने निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा की है। लव कुमार सिंह नवीनगर से चेतन आनंद को उम्मीदवार बनाए जाने के फैसले का विरोध कर रहे हैं। इन घटनाक्रमों ने औरंगाबाद की राजनीति का पारा अचानक बढ़ा दिया है। जदयू के भीतर मची इस बगावत ने पार्टी की चुनावी रणनीति को झटका दिया है, जबकि विपक्षी दलों के लिए यह स्थिति नए समीकरण बनाने का अवसर बन गई है।