नवबिहार टाइम्स ब्यूरो
औरंगाबाद। डी.ए.वी. पब्लिक स्कूल, दयानन्द विहार, औरंगाबाद में दो दिवसीय क्षमता संवर्धन कार्यशाला के आयोजन का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन के उपरांत स्वागत गान से हुआ। तत्पश्चात डी.ए.वी. गान गाया गया। इसके बाद प्रधानाचार्य विजय कुमार पाठक द्वारा संसाधक व्यक्तियों को पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया गया। प्रधानाचार्य विजय कुमार पाठक द्वारा उपस्थित सभी शिक्षकों को सम्बोधित करते हुए बताया गया कि यह कार्यशाला शिक्षकों की कार्यक्षमता को बढ़ाने में विशेष योगदान देगी। उसके बाद सीबीएसई के प्रशिक्षक प्रतीक विकास विल्सन एवं सुचि कुमारी ने ‘जटिल एवं रचनात्मक सोच’ विषय पर आयोजित कार्यशाला का संचालन किया।
प्रथम दिवस के प्रथम सत्र में प्रशिक्षक प्रतीक विकास ने गहन ज्ञान स्तर पर कार्यशाला का संचालन किया तथा प्रशिक्षिका सुचि कुमारी ने फ्रेयर मॉडल के माध्यम से विद्यार्थियों में शिक्षा के प्रति जागरूकता लाने का तरीका बताया तथा क्रियात्मक गतिविधि के माध्यम से विषय को कैसे रुचिकर बनाया जाय यह बताया। द्वितीय सत्र में प्रतीक विकास ने दृष्टिकोण का चक्र बनाते हुए मुद्दा, अवधारणा, विषय और कहानी पर चर्चा की। एक परियोजना कार्य के माध्यम से प्रशिक्षक प्रतीक कुमार ने चार कोनों की गतिविधि में सहमत, असमत, पूर्ण रूपेण सहमत और पूर्ण रूपेण असहमत द्वारा सबके विचारों को विभिन्न विषयों में सामने लाने का प्रयास किया।
कार्यशाला के द्वितीय दिवस का आरंभ गायत्री मंत्र के उच्चारण से हुआ। उसके बाद सीबीएसई प्रशिक्षिका सुचि कुमारी ने 4सी मॉडल के द्वारा बच्चों में जागरूकता लाने के लिए गतिविधि करवाई। द्वितीय दिवस के द्वितीय सत्र में प्रशिक्षक प्रतीक विकास ने विचारशील प्रक्रिया गतिविधि के द्वारा शिक्षकों के सभी समूहों से पार्टी गेम करवाया। विचारशील प्रक्रिया के द्वारा उन्होंने समस्या समाधान पर प्रकाश डाला। कार्यशाला के अंतिम सत्र में शिक्षकों ने अपनी अपनी प्रतिक्रिया दी।
तत्पश्चात प्रधानाचार्य एवं विद्यालय के वरिष्ठ शिक्षक महेश कुमार सिंह द्वारा प्रशिक्षक को अंगवस्त्र एवं स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया तथा शांति पाठ के साथ सफलतापूर्वक कार्यक्रम का समापन किया गया।