नवबिहार टाइम्स ब्यूरो
औरंगाबाद। एनपीजीसीएल नबीनगर संयंत्र की अग्निशमन शाखा और आपातकालीन क्षमता को आज एक बड़ी मजबूती मिली। संयंत्र की सुरक्षा में तैनात सीआईएसएफ इकाई में तीन अत्याधुनिक मल्टीपरपस अग्निशमन वाहन को औपचारिक रूप से बल की सेवा में शामिल किया गया। यह उद्धघाटन समारोह सीआईएसएफ के फायर स्टेशन पर आयोजित किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि परियोजना के कार्यकारी निदेशक एल के बेहरा का स्वागत उप कमांडेंट राघवेन्द्र सिंह व सहायक कमाण्डेट/अग्नि रितेश घोष द्वारा पुष्प गुच्छ से किया गया। कार्यकारी निदेशक एल के बेहरा ने रिबन काटकर इन नए अग्निशमन वाहनों का उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम में महाप्रबंधक, अपर महाप्रबंधक/मानव संसाधन, अपर महाप्रबंधक/सुरक्षा, संयंत्र के अन्य कर्मचारी तथा सीआईएसएफ के सभी बल सदस्य उपस्थित हुए।

एल के बेहरा ने अपने उदघोषण में एनपीजीसीएल अग्निशमन शाखा की सराहना करते हुए बताया कि अग्निशमन शाखा अपना कर्तव्य बखूबी निभा रही है और अग्निशमन शाखा संयंत्र में जीरो फायर एक्सीडेंट सुनिश्चित करने के लिए समर्पित है। सीआईएसएफ की अग्निशमन शाखा वर्ष 2019 से एनपीजीसीएल नबीनगर में अपनी सेवाएं दे रही है। पूर्व में संयंत्र में 660 मेगावाट की तीन यूनिट को स्टेज-1 के रूप में स्थापित किया गया था तथा वर्तमान समय में 800 मेगावाट की तीन इकाई स्टेज-2 के रूप में निर्माणाधीन है। संयंत्र की अग्नि सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रबंधन द्वारा 1 नग वाटर टेंडर तथा 2 नग फोम टेंडर अग्निशमन शाखा में शामिल किये गए। ये फायर टेंडर उन्नत पम्पिंग प्रणालियों, उच्च क्षमता वाले पानी के टैंकों और विशेष बचाव उपकरणों से लैस हैं।
समारोह का समापन तीनों फायर टेंडरों के एक प्रभावशाली जल प्रदर्शन ड्रिल के साथ हुआ, जिसमें उनकी शक्ति और परिचालन तत्परता का प्रदर्शन किया गया। सहायक कमाण्डेट/अग्नि रितेश घोष ने आयोजन में शामिल सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया तथा बताया कि इन तीन नए अग्निशमन वाहनों को शामिल करने से अग्निशमन शाखा की त्वरित प्रतिक्रिया क्षमता में उल्लेखनीय सुधार होगा। यह सयंत्र एवं आस-पास के क्षेत्र को आग या किसी अन्य आपदा से बचाने में अग्निशमन शाखा की दक्षता और सटीकता को बढ़ाएगा।