नवबिहार टाइम्स ब्यूरो
डेहरी ओन सोन (रोहतास)। बिहार की सियासत में इन दिनों भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री जनक राम को एक बार फिर मंत्रीमंडल में शामिल करने की मांग जोर पकड़ती जा रही है। भैया राम भारती और पिंटू राम सहित कई दलित नेताओं ने सामूहिक रूप से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी तथा भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से अपील की है कि सरकार में रविदास जाति से एक भी मंत्री शामिल नहीं है, जो सामाजिक न्याय और समान प्रतिनिधित्व की भावना के विपरीत है।
दलित नेताओं ने कहा कि जनक राम का राजनीतिक और सामाजिक योगदान बिहार की राजनीति में हमेशा महत्वपूर्ण रहा है। वे कई बार विधायक, सांसद रह चुके हैं और मंत्री पद का अनुभव भी रखते हैं। ऐसे में उन्हें कैबिनेट में शामिल करना न केवल दलित समाज का सम्मान बढ़ाएगा, बल्कि सामाजिक संतुलन भी सुनिश्चित करेगा। नेताओं का कहना है कि भाजपा व एनडीए सरकार हमेशा सबका साथ-सबका विकास की नीति पर काम करती आई है, इसलिए रविदास समाज का उचित प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने हेतु जनक राम का मंत्री बनना अत्यंत आवश्यक है।
मांग करने वाले नेताओं ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि जल्द ही सकारात्मक कदम नहीं उठाया गया तो आने वाले समय में रविदास समुदाय में भारी असंतोष पैदा हो सकता है।