नवबिहार टाइम्स ब्यूरो
औरंगाबाद। जिलाधिकारी अभिलाषा शर्मा के निर्देशानुसार, औरंगाबाद जिले में आगामी दिनों में मध्यम से तीव्र शीतलहर की संभावना को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन द्वारा व्यापक एवं प्रभावी तैयारियाँ की जा रही हैं।

जिलाधिकारी के निर्देश पर आम नागरिकों, पशुओं तथा जरूरतमंद वर्गों की सुरक्षा एवं स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए कई आवश्यक कदम उठाए गए हैं। जिले के सभी प्रमुख एवं भीड़भाड़ वाले स्थानों पर अलाव की समुचित व्यवस्था की गई है, जिससे आमजन को ठंड से राहत मिल सके। इसके साथ ही बेघर एवं असहाय व्यक्तियों के लिए रैन बसेरों (नाइट शेल्टर) का संचालन किया जा रहा है, जहाँ निःशुल्क ठहरने की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है।

प्रशासन द्वारा जिले के प्रत्येक प्रखंड में जरूरतमंदों के बीच कंबल वितरण का कार्य भी लगातार किया जा रहा है, ताकि शीतलहर के दुष्प्रभाव से उन्हें सुरक्षित रखा जा सके। स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से सदर अस्पताल, औरंगाबाद में 10 बेड, रूम हीटर, कंबल, आवश्यक दवाइयों एवं उपकरणों से सुसज्जित एक “डेडिकेटेड कोल्ड-स्ट्रोक वार्ड” की स्थापना की गई है। साथ ही जिले के सभी सरकारी एवं निजी अस्पतालों को शीतलहर से संबंधित बीमारियों के उपचार हेतु आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।

पशुओं को ठंड से बचाने के लिए पशुपालन विभाग को भी आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं, ताकि पशुओं के लिए उचित आश्रय, देखभाल एवं अन्य आवश्यक प्रबंध किए जा सकें। शीतलहर के मद्देनज़र बच्चों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए विद्यालयों के समय में भी आवश्यकतानुसार बदलाव किया जाएगा, जिसकी सूचना पृथक से जारी की जाएगी। साथ ही, जिले में घने से अत्यंत घने कोहरे की संभावना को देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा नागरिकों से अपील की गई है कि वे वाहन चलाते समय यातायात नियमों का कड़ाई से पालन करें, धीमी गति से वाहन चलाएँ, फॉग लाइट का उपयोग करें तथा अनावश्यक यात्रा से बचें।

जिला प्रशासन द्वारा नागरिकों से यह भी अपील की गई है कि वे अत्यधिक ठंड के दौरान अनावश्यक रूप से घर से बाहर निकलने से बचें, गर्म कपड़ों का प्रयोग करें तथा बच्चों एवं वरिष्ठ नागरिकों की विशेष देखभाल सुनिश्चित करें। किसी भी आपात स्थिति में जिला आपदा नियंत्रण कक्ष (DEOC) के दूरभाष संख्या 06186-295027 पर संपर्क किया जा सकता है। जिला प्रशासन स्थिति पर सतत निगरानी बनाए हुए है और शीतलहर के प्रभाव को कम करने हेतु हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं। नागरिकों से सहयोग की अपेक्षा की जाती है।