जमुई। नवबिहार टाइम्स संवाददाता
प्राकृतिक संसाधनों से भरपुर और पहाड़ की तलहटियों में बसा बिहार का जमुई जिला अब पर्यटकों को अपने और आकर्षित करने में सक्षम हो सकेगा। यहां वन,पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग अब हाईटेक पक्षी संग्रहालय का निर्माण कराएगा। आधुनिक संसाधनों से सुसज्जित ये संग्रहालय भारत देश का दूसरा बर्ड म्यूजियम होगा। भारत सरकार ने स्वीकृति प्रदान कर इस योजना को हरी झंडी दे दी है। ये प्रोजेक्ट जमुई जिले के झाझा प्रखंड स्थित नागी अंतर्राष्ट्रीय पक्षी आश्रयणी के समीप धरातल पर उतरेगा। यहां रोजगार सृजन की भी प्रबल संभावना बन सकेगी।
जिला वन पदाधिकारी जमुई तेजस जायसवाल की माने तो बेंबोर्न स्थित हाईटेक बर्ड म्यूजियम की तर्ज पर इस बर्ड म्यूजियम का निर्माण जल्द ही कराया जाएगा। इसके लिए सारी प्रक्रिया अंतिम चरण में है। पूर्णरूपेण आधुनिक संसाधनों का प्रयोग कर इसका निर्माण डेढ़ करोड़ की लागत से 12 एकड़ जमीन में कराया जाएगा। इस म्यूजियम में पूरे विश्व में पाए जाने वाले 1300 प्रकार के सभी प्रजाति के पक्षियों के बारे में पर्यटकों को जानकारी दी जाएगी। इस दौरान पर्यटकों को चित्र और वीडियो फिल्म के माध्यम से भी पक्षियों की समुचित जानकारी दी जाएगी। इसके साथ ही पर्यावरण को संतुलित रखने में पक्षियों के योगदान को भी रेखांकित किया जाएगा।
जमुई डीएफओ श्री तेजस बताते हैं कि म्यूजियम में पक्षियों के प्रवास काल, प्रजनन काल, अंडों के आकार, वापस लौटने के समय के बारे में सम्पूर्ण जानकारी मिल सकेगी। इसके अलावा यहां आने वाले पर्यटक विभिन्न पक्षियों के आवाज को सुन सकें, ऐसी हाईटेक व्यवस्था की जाएगी। पर्यटकों को जानकारी देने के लिए वन कर्मियों के साथ-साथ बर्ड्स गाइड को भी प्रशिक्षण दिया जाएगा। बर्ड म्यूजियम में पर्यटकों को लुभाने के लिए यहां सभी प्रकार की व्यवस्था की जाएगी। डीएफओ के अनुसार, ये म्यूजियम आसपास के लोगों को पक्षियों के संरक्षण सही तरीके से करने और हमारे जीवन में उनके महत्व को लेकर जागरूकता का भी प्रसार करेगी।