औरंगाबाद। नवबिहार टाइम्स संवाददाता
मंगलवार को शहर के एमजी रोड स्थित एक निजी मार्ट के समीप जिला अग्निशमन विभाग की टीम ने मॉक ड्रिल कर लोगों को आग से बचाव के विभिन्न तरीकों की जानकारी दी। इस दौरान मॉल के कर्मियों व लोगों को आग से बचाव के तरीके बताए गए। बिजली के शार्ट सर्किट, गैस सिलेंडर व अन्य कारणों से लगने वाली आग से बचाव के अलग-अलग तरीकों की विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई।
जिला अग्निशमन पदाधिकारी विनय कुमार ने बताया कि राज्य अग्निशमन विभाग पटना द्वारा शहर में मॉक ड्रिल कराने की सूचना मिली। इसके एवज में आज मॉल के बाहर मॉक ड्रिल कर लोगों को जागरूक किया गया। कुछ माह पूर्व पटना के पाल होटल में आग लग गयी थी, जिसमे छह लोगों की मौत भी हो गयी थी। जागरूकता के अभाव में आये दिन घटना होते रहती है। लोग अगर खुद से जागरूक रहे तो हादसों को रोका जा सकता है।
बताया कि जिस जगह पर आग लगने की आशंका हो वहां बाल्टी में पानी व मग और सूती कपड़ा का गमछा तथा बालू मौजूद रहने पर आग की शुरुआत में ही उसे बुझाने में काफी मदद मिल सकती है। आग लगने पर लोगों को आग की प्रकृति का अवलोकन कर तत्काल उसे बुझाने की कोशिश करनी चाहिए, क्योंकि उसके फैल जाने पर उसे बुझाना मुश्किल हो जाता है। आग लगने पर तुरंत उस पर बाल्टी व मग से पानी डाल दिया जाए या बालू डाल दिया जाए तो आग बुझ जाती है। रसोई गैस के सिलेंडर में आग लगने पर उसे सूती कपड़े के गमछे या चादर की मदद से बुझाया जा सकता है। इसके लिए ग्रामीणों को क्या करना चाहिए इसकी जानकारी मॉक ड्रिल के जरिए दी गई।
इस दौरान मॉल के आसपास भारी संख्या में लोगों की भीड़ जुट गई। वैसे जब अग्निशमन की करीब चार गाड़ियां रमेश चौक पर सायरन बजाते हुए पहुंची तो लोगों को लगा कि शहर में कही भीषण आगलगी हुई है. जब एकाएक गाडियां एमजी रोड तरफ निकली तो लोगों की नजरें अग्निशमन विभाग की गाड़ियों पर थी। लोगों द्वारा तरह-तरह की चर्चाएं की जा रही थी। जब अचानक मॉल के समीप अग्निशमन की गाड़ियां लोगों को जागरूक करने लगी तो भीड़ जुट गई।
अग्निशमन कर्मी ने कहा कि जब खुद आग बुझाना संभव न हो तो तत्काल अग्निशमन विभाग को इसकी सूचना देनी चाहिए। मार्ग में अग्निशमन वाहन को गुजरते देखकर प्राथमिकता के आधार पर उसे रास्ता देना चाहिए। अग्निशमन वाहन तभी निकलता है जब कहीं आग लगती है, इसलिए उसके लिए रास्ता छोड़ने में एंबुलेंस से भी अधिक प्राथमिकता देनी चाहिए, क्योंकि समय पर अग्निशमन वाहन के पहुंचने पर जान-माल को आग में नष्ट होने से बचाया जा सकता है।
इस दौरान अनुमंडल अग्निशमन पदाधिकारी गुरु हंसदा, अग्निक विनय कुमार यादव, कुंदन कुमार, राजेश कुमार, आनंद कुमार, सुनील कुमार, रंजीत कुमार, धर्मेंद्र कुमार, अरविंद कुमार, जय प्रकाश पासवान, रवी कुमार, सदाम हुसैन, हरेंद्र कुमार, शिव शंकर पासवान, अमित कुमार, अशविनी कुमार, ज्योति कुमारी, आलोक कुमार, दीपक कुमार, बिक्की आलम, आरती कुमारी, अंशु कुमारी, सत्यम कुमार, रौशनी कुमारी, अजीत कुमार, शहजाद अंसारी छैला कुमार, मनीष कुमार ठाकुर, अमित कुमार समेत अन्य मौजूद थे।