नवबिहार टाइम्स संवाददाता
पटना। स्कूल ऑफ क्रिएटिव लर्निंग, नरगदा, दानापुर के परिसर में दीपोत्सव मनाया गया। इस अवसर पर सभी कक्षा यूंकेजी से लेकर बारहवीं कक्षा तक के बच्चों ने रंगोली, घरौंदा, आकाशदीप कंडील आदि सृजनात्मक गतिविधि का आयोजन किया गया। मुख्य आकर्षण 15 फीट का मयूर था। यह बिहार के लिए नवाचार था।
इस कार्यशाला का उद्घाटन पारम्परिक दीप के अलावा स्कूल के छात्र–छात्राओं द्वारा बनाए गए स्मार्ट दीप को जलाकर एपीसीएल के अध्यक्ष भारतीय प्रशासनिक सेवा के सेवानिवृत्त वरीय पदाधिकारी विजय प्रकाश के द्वारा किया गया। उन्होंने प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए सृजनशील बच्चों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि सृजनशील बच्चे ही शिक्षा के क्षेत्र अपना मौलिक योगदान दे सकते हैं।
दीपोत्सव के माध्यम से समाज में गृह निर्माण का कौशल विकसित किया जाता है। इस त्योहार के माध्यम से समाज में अग्नि विज्ञान के कौशल का सार्वजनीकरण किया गया है। आगत अतिथियों को संबोधित करते हुए कहा कि स्कूल आफ क्रिएटिव लर्निंग का उद्देश्य बच्चों को सृजनशील बनाना है। इस दृष्टि से परियोजना आधारित शिक्षण पद्धति के द्वारा बच्चो को पढ़ाया जाता है।
इस अवसर पर स्कूल के प्राचार्य डॉ मृदुला प्रकाश ने कहा कि पूरे वर्ष ऐसी सृजनात्मक विधियां का आयोजन किया जाता है। जिसमें विषयगत पढाई के अलावा विभिन्न उत्सवों के सामाजिक, सांस्कृतिक रीति रिवाजों आधारित गतिविधियां भी शामिल हैं।
इस अवसर पर विभिन्न कक्षा के छात्र छात्राओं द्वारा वुमन हैरासमेंट’, स्ट्रांग वुमन स्ट्रांग नेशन, गणेश, सेव वाटर, सेव ट्री, स्वच्छ भारत समृद्ध भारत के थीम पर आकर्षक अरिपन बनाया गया। इस अवसर पर एपीसीएल के उपाध्यक्ष अवधेश के नारायण, विद्यालय के शिक्षक ने अपनी सक्रियता से कार्यशाला को सफल बनाया।