सासाराम। नवबिहार टाइम्स संवाददाता
रोहतास जिले में अंचल कार्यालय स्तर पर लंबित विवादों के निपटारे में तेजी लाने के लिए जिलाधिकारी ने सभी अंचल कार्यालयों को 10 दिन में कम से कम 1000 वादों के निष्पादन तथा 30 दिनों मे 3000 मामलों के निष्पादन का आदेश दिया है. इस बीच सासाराम, करगहर, काराकाट, दिनारा के सभी राजस्व कर्मचारियों से कारण पृच्छा की गयी है एवं वेतन बंद करने का निर्देश दिया गया। साथ ही यह भी स्पष्ट किया है कि बिना डीसीएलआर अथवा एडीएम की अनुशंसा के अंचल अधिकारी छुट्टी नहीं प्राप्त कर सकेंगे. यह निर्देश जिलाधिकारी ने शुक्रवार को राजस्व कर्मचारी /राजस्व पदाधिकारी की समीक्षात्मक बैठक में दिए।
उन्होंने कहा कि कोई भी अंचल अधिकारी बिना डीसीएलआर और एडीएम के अनुशंसा के अवकाश नहीं पर नहीं जाएगा. जिस अंचल का राजस्व कार्य पीछे है या लंबित है वहां अवकाश नहीं दिया जाएगा. जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि अगर निष्पादन के इस लक्ष्य को पूरा नहीं किया जाता है तो ऐसे अंचल अधिकारी को चिन्हित कर उसके विरुद्ध कार्यवाई की अनुशंसा की जाएगी. अंचल करहगर में डीसीएलआर निरीक्षण करेंगे तथा निर्धारित समय में लक्ष्य को पूर्ण करेंगे और साथ ही साथ दिनारा, करहगर, काराकाट, को 95% का लक्ष्य निर्धारण करने का निर्देश दिया गया।
सभी सीओ को दाखिल खारिज मामलों का 98% निष्पादन हेतु लक्ष्य निर्धारित किया गया है। दाखिल खारिज/परिमार्जन/आधार सीडिंग/आर ओ आर/का क्रमवार डाटा तैयार कर प्रारूप देंगे और अभियान बसेरा के तहत तिलौथू, सूरजपुरा, शिवसागर के सभी आवास विहीन को आवास हेतु भूमि उपलब्ध करने हेतु निर्देश दिया गया एवं सभी पंचायत में खेलकूद के लिए कमेटी बनेगी और खेल या पार्क के लिए जमीन चिन्हित कर जमीन उपलब्ध कराया जाएगा। जिले में चिन्हित पर्यटन स्थलों गुप्ता धाम, रोहतासगढ़, तुतला भवानी तिलौथू, मांझर कुंड, धूआ कुंड, महादेव खोह नौहटा आदि स्थलों के पास सरकारी जमीन या निजी जमीन खोज करने का निर्देश दिया गया ताकि पर्यटन को बढ़ावा मिल सके।