चुनाव के लिए कैंपस अधिग्रहण के बावजूद सिन्हा कॉलेज में जारी रही पढ़ाई
औरंगाबाद। नवबिहार टाइम्स संवाददाता
मगध विश्वविद्यालय और औरंगाबाद जिले के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान सच्चिदानंद सिन्हा महाविद्यालय ने इस बार एक बिल्कुल नई पहल की है और इस पहल के कारण लोकसभा चुनाव के लिए संपूर्ण कॉलेज कैंपस का अधिग्रहण जिला प्रशासन द्वारा कर लिए जाने के बावजूद इस कॉलेज के 18000 से अधिक छात्र-छात्राओं को पढ़ाई से वंचित नहीं होना पड़ा तथा पूरे दो माह तक ऑनलाइन क्लास के संचालन से छात्र-छात्राओं को अध्ययन की सुविधा उपलब्ध कराई गई। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ सुधीर कुमार मिश्रा की दूरदृष्टि और पहल पर अप्रैल और मई महीने में ऑनलाइन कक्षा की सुविधा उपलब्ध कराने वाला सच्चिदानंद सिन्हा महाविद्यालय मगध विश्वविद्यालय का ही नहीं संभवतः पूरे बिहार का एकमात्र उच्च शिक्षण संस्थान बना जिससे महाविद्यालय के करीब 18 हजार छात्र–छात्राओं को ऑनलाइन क्लास की सुविधा मिली।
इस संबंध में डॉ सुधीर कुमार मिश्रा ने बताया कि औरंगाबाद जिले में सिन्हा कॉलेज जितना बड़ा और बहुत सारे भवनों वाला कैंपस दूसरा नहीं है. इस वजह से जिला प्रशासन द्वारा प्रत्येक चुनाव में चाहे वह लोकसभा चुनाव हो अथवा विधानसभा चुनाव हो या पंचायती राज के चुनाव हो, सिन्हा कॉलेज कैंपस का अधिग्रहण कर लिया जाता है. यही स्ट्रांग रूम भी बना दिया जाता है तथा मतगणना का कार्य भी इसी जगह संपादित होता है. ऐसी स्थिति में दो से ढाई महीने तक समस्त शैक्षिक गतिविधियां लगभग ठप रहती थी और इस कैंपस में न शिक्षक प्रवेश कर सकते थे न छात्र. जब उन्हें इस बात की सूचना मिली तो इन्होंने एक अभिनव प्रयोग करने की कोशिश की ताकि इस 2 महीने तक बच्चों की पढ़ाई बाधित न हो सके. इसके लिए ऑनलाइन क्लास का विकल्प अपनाया गया जिसका सफल प्रयोग कोविड के दौरान कई जगह किया जा चुका था।
प्राचार्य ने बताया कि ऑनलाइन वर्गों के संचालन में कॉलेज के सभी प्राध्यापकों, व्याख्याताओं एवं आईटी डिपार्टमेंट के कर्मियों का भरपूर सहयोग मिला जिससे हमारी यह कोशिश सफल हो पायी। उन्होंने बताया कि ऑनलाइन कक्षा के संचालन के एक दिन पूर्व ही छात्र-छात्राओं को गूगल मीट का लिंक उपलब्ध करा दिया जाता था जिससे वर्गों का संचालन आसानी से हो सका। डॉ मिश्रा ने बताया कि ऑनलाइन कक्षाओं का नियमित रूप से संचालन हो इसके लिए इसकी मॉनीटरिंग की भी पूरी व्यवस्था की गई थी। कक्षा के संचालन के उपरांत प्राध्यापकों एवं व्याख्याताओं को ऑनलाइन कक्षा का स्क्रीन शॉट प्राचार्य कार्यालय को उपलब्ध कराना था और इस संबंध में साप्ताहिक ब्योरा भी देना था। उन्होंने बताया कि इसके जरिए सभी कक्षाओं के संचालन की बेहतर ढंग से मॉनीटरिंग की जा सकी। इस कार्य में आईटी डिपार्टमेंट के कर्मियों ने भी अपनी कुशलता प्रदर्शित की।
प्राचार्य ने कहा कि महाविद्यालय बंद रहने के दो महीनों के दौरान ऑनलाइन कक्षाओं का संचालन किया जाने का सबसे बड़ा लाभ यह हुआ कि छात्र-छात्रा पढ़ाई से लगातार जुड़े रहे और अध्ययन का उनका क्रम टूटा नहीं। साथ ही उन्हें ऑनलाइन कक्षाओं का भी एक विशेष अनुभव प्राप्त हुआ। उन्होंने बताया कि सच्चिदानंद सिन्हा महाविद्यालय में शैक्षणिक गतिविधियों को बढ़ाने और पठन-पाठन पर विशेष ध्यान देने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है और इसके सकारात्मक परिणाम भी सामने आए हैं। यहां छात्र-छात्रा अब वर्गों में नियमित उपस्थिति में रुचि लेते हैं और पठन-पाठन का अच्छा माहौल बन रहा है।
कॉलेज में जल्द शुरू होंगे 9 और व्यावसायिक पाठ्यक्रम
मगध विश्वविद्यालय के सबसे पुराने और प्रतिष्ठित कॉलेज सच्चिदानंद सिन्हा कॉलेज में जल्द ही 9 नए व्यावसायिक पाठ्यक्रमों की शुरुआत हो जाएगी. यहां पहले से ही 11 वोकेशनल पाठ्यक्रमों का संचालन किया जा रहा है और इन नए नौ वोकेशनल कोर्स की शुरुआत के साथ कुल वोकेशनल कोर्सों की संख्या बढ़कर 20 हो जाएगी। इस संबंध में सच्चिदानंद सिन्हा कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर सुधीर कुमार मिश्रा ने बताया कि जो नए वोकेशनल कोर्स शुरू होने वाले हैं उनमें बैचलर आफ जर्नलिज्म, टूरिज्म डेवलपमेंट, एमएससी बायोटेक, वीमेन एंपावरमेंट एंड स्टडीज, पर्यावरण विज्ञान, स्नातकोत्तर पुस्तकालय विज्ञान, स्नातकोत्तर सूचना प्रौद्योगिकी आदि शामिल हैं। इसके लिए मगध विश्वविद्यालय की टीम की ओर से निरीक्षण कार्य संपादित किया जा चुका है तथा कॉलेज की ओर से अन्य आवश्यक औपचारिकताओं को भी पूरा किया जा रहा है।
इन सभी पाठ्यक्रमों के लिए 60-60 सीटें निर्धारित होने की उम्मीद है और इनका सत्र 2 वर्षों का होगा। डॉ मिश्र ने बताया कि इन वोकेशनल कोर्स की पढ़ाई यहीं शुरू हो जाने से औरंगाबाद और आसपास के छात्रों को इसकी शिक्षा के लिए बाहर जाना नहीं पड़ेगा। इससे अभिभावकों एवं स्थानीय छात्र–छात्राओं को काफी सुविधा होगी और उन्हें समय तथा पैसे की भी बचत होगी। विदित हो कि इस कॉलेज में पहले से ही बैचलर ऑफ सेल्स प्रमोशन एंड सेल्स मैनेजमेंट बैचलर ऑफ़ बिज़नस मैनेजमेंट बैचलर ऑफ़ बायोटेक्नोलॉजी एमसीए बी फार्मा एमबीए बीएड फार्मेसी जैसे कोर्स का संचालन किया जा रहा है।