औरंगाबाद। नवबिहार टाइम्स संवाददाता
बिहार में सरकार के आदेश पर 15 जून से ही बालू खनन पर रोक लगा दी गई है। रोक लगने के बाद से लोगों की टेंशन बढ़ गई है क्योंकि बिना बालू के कोई भी कंस्ट्रक्शन कार्य कैसे होगा। वहीं बालू खनन पर रोक लगने के बाद बालू तस्करों का मनोबल बढ़ गया है। औरंगाबाद एवं रोहतास जिले के दर्जनों बालू तस्कर पहले से ही अपने कई ठिकानों पर काफी मात्रा में बालू स्टॉक कर रखे हुए हैं और अब उसकी मनमानी कीमत लोगों से वसूल रहे हैं।
औरंगाबाद एवं रोहतास जिले की सीमा पर स्थित सोन नदी से लगातार बालू खनन होते रहता है। यहां का बालू बिहार के अलावा उत्तर प्रदेश समेत अन्य राज्यों में भी जाता है। बालू खनन पर रोक लगने से पहले यहां एक ट्राली बालू की कीमत लगभग 4000 रूपये थी जो बालू खनन बंद होने पर अचानक बढ़ गई। अब एक ट्राली की कीमत लगभग 5500 से 6000 रूपये लोगों से वसूली जा रही है। वहीं मजबूरी में लोग भी बालू तस्करों को मुंहमांगी कीमत देकर अपना कंस्ट्रक्शन कार्य किसी तरह से करा रहे हैं।