औरंगाबाद। नवबिहार टाइम्स संवाददाता
चर्चित श्रेया कांड को लेकर सोमवार को 7वां दिन बीतने वाला हैं और लोगों का आक्रोश कम होने का नाम नहीं ले रहा है। नवीनगर में सड़क जाम की सूचना मिलने पर सोमवार की दोपहर में डीएम श्रीकांत शास्त्री, एसपी स्वप्ना गौतम मेश्राम, सदर एसडीओ संतन कुमार सिंह, सदर एसडीपीओ 01 संजय कुमार पांडे सहित अन्य पदाधिकारी पहुंचे। पदाधिकारीयों के पहुंचते ही ग्रामीण एवं परिजन श्रेया हत्याकांड को लेकर जांच की मांग करने लगे।
डीएम श्रीकांत शास्त्री ने लोगों को बताया कि पुलिस अभी सिर्फ पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार कार्रवाई की है। कुछ जांच फॉरेंसिक लैब में भेजा गया है। रिपोर्ट आने के बाद दोषी कौन है, इसमें कितने लोग शामिल हैं। ये सारी बाते स्पष्ट हो पाएंगी। मामले में थोड़ा सा समय लगेगा लेकिन पीड़ित परिवार को पुलिस प्रशासन द्वारा जरूर न्याय मिलेगा। आने वाले कुछ दिनों में यह जांच प्रक्रिया पूर्ण हो जाएगी।
डीएम श्रीकांत शास्त्री ने बताया कि नामजद आरोपियों को पूछताछ के बाद रविवार को ही जेल भेज दिया गया है। जांच की प्रक्रिया चल रही है। इसमें जो भी दोषी पाया जाएगा उसे बक्शा नहीं जाएगा।सदर एसडीपीओ 01 द्वारा दिए गए बयान में हत्या नहीं यह आत्महत्या है। इस पर ग्रामीणों ने नाराजगी जाहिर की। संदर्भ में डीएम ने कहा कि जांच रिपोर्ट के आधार पर पदाधिकारी अपना मंतव्य या कार्य करते हैं। सभी कुछ जांच का विषय है। जांच चल रहा है आप लोग क्षेत्र में शांति बनाए रखें। मौके पर नबीनगर विधायक डब्लू सिंह अपने समर्थकों के साथ उपस्थित थे।
इधर सोमवार की सुबह जिला मुख्यालय स्थित क्षत्रिय नगर मोड़ पर युवाओं के साथ-साथ स्थानीय लोगों ने एनएच 19 को जाम कर आगजनी की। सड़क के बीचोबीच टायर जलाकर आवागमन को बाधित कर दिया। पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की, श्रेया का पोस्टर टांगकर बीच सड़क पर ही श्रद्धांजलि अर्पित की।प्रदर्शनकारियों का कहना था कि श्रेया की मौत आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या है और इसे छिपाने का प्रयास किया जा रहा है, जब तक श्रेया को न्याय नहीं मिल जाता तब तक वे चुप बैठने वाले नहीं है। पुलिस तीन लोगों को पकड़कर वाहवाही लूट रही है।
लगभग डेढ़ से दो घंटे तक प्रदर्शनकारियों की वजह से हाइवे जाम रहा और कड़ी धूप व लू के बीच यात्री फंसे रहे. हालांकि कुछ लोगों ने उन्हें समझा-बुझाकर शांत कराया, तब यात्रियों को जाम से मुक्ति मिली।