औरंगाबाद। नवबिहार टाइम्स संवाददाता
मदनपुर थाना क्षेत्र के दक्षिणी उमगा पंचायत के भगवानपुर गांव में ससुराल वालों द्वारा एक महिला को प्रताड़ित किए जाने का मामला प्रकाश में आया है। आरोप है कि ससुराल वालों ने दहेज को लेकर महिला को प्रताड़ित कर उसके सारे जेवरात छीनकर जान करने की नियत से शरीर पर डीजल छिड़ककर आग लगा लगाने का प्रयास किया और मारपीट कर महिला को घर से बाहर निकाल दिया। मामले से संबंधित पीड़ित महिला भगवानपुर गांव निवासी राजेंद्र कुमार की पत्नी निशांजलि कुमारी ने सोमवार को समाहरणालय स्थित एसपी ऑफिस में आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है।
उल्लेख किया है कि निशांजलि की शादी 20 मई 2015 को हिंदू रीति-रिवाज से भगवानपुर गांव निवासी सुदामा महतो के पुत्र राजेंद्र कुमार के साथ हुई थी। शादी के दौरान उसके पिता ने दहेज स्वरूप पांच लाख नगद रुपये, एक बाइक समेत अन्य सामग्रियां देकर विवाह कराया था। शादी के बाद जब वह ससुराल गई तो एक माह बाद उसके मायकेवाले विदाई कराकर उसे घर ले आये। छह महीने बाद ससुरालवालों ने उसे विदाई कर घर आया। इसके बाद वह अपने परिवारवालों के साथ रहने लगी। पता चला कि एक नवंबर 2016 को निशांजली ने एक बेटी को जन्म दिया। हालांकि ससुराल वाले बेटी जन्म लेने से नाराज थे और बार-बार ताना मारा करते थे।
वर्ष 2017 में भी जब निशांजलि गर्भवती हुई तो ससुरालवालों ने किसी निजी क्लीनिक में जांच कराया तो गर्भ में लड़की होने का पता चला। इसके बाद ससुरालवाले ने उसके ऊपर दबाव देकर गर्भपात करा दिया और घर से बाहर निकालने की धमकी देने लगे। इसको लेकर कई बार पंचायत भी बुलाया गया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। किसी तरह वह ससुराल वालों का ताना सहकर घर में रह रही थी। वर्ष 2020 में निशांजली ने 9 जुलाई को एक बेटे को जन्म दिया। बेटे को जन्म लेने के बाद ससुराल वालों ने उसे छह माह तक ठीक से रखा। इसके बाद ससुराल वाले द्वारा घर में रहने के लिए उसके पिता से दो लाख रुपये की मांग की जाने लगी, जब उसके पिता ने पैसा देने में असमर्थता जताया तो ससुराल वाले गाली-गलौज व मारपीट लगे। उसके सारे जेवरात भी छीन लिए और जान करने के नियत से उसके शरीर पर डीजल तेल छिड़ककर आग लगाने का प्रयास किया। जब वह चीखने-चिल्लाने लगी तो पड़ोस के लोगों ने किसी तरह आकर उसे बचाया।
इसके बाद 20 मई 2024 को ससुराल वालों ने उसे व उसके बच्चों को बाहर निकाल दिया। इसके बाद मुखिया को बुलाकर पंचायत करवाया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। पता चला कि सात जून को उसी गांव के एक विकास कुमार नामक युवक ने घर में घुसकर पिस्टल का भय दिखाकर जान मारने की कोशिश की और धमकी देकर भाग गया। निशांजलि ने आठ लोगों को नामजादा आरोपित बनाते हुए एसपी को आवेदन दिया है। निशांजली ने ससुर सुदामा महतो, सास फुलवा देवी, भैसूर रविंद्र महतो, पति राजेंद्र कुमार महतो, देवर विकास कुमार, गोतनी रेणु देवी, ननद रंजू देवी व उसका पति रामराज बिगहा गांव के मिथिलेश कुमार को नामजद आरोपित बनाया है।