बिना प्रमोशन और पेंशन के रिटायर हुए हरेन्द्र प्रताप
नवबिहार टाइम्स ब्यूरो
नई दिल्ली। अक्टूबर 2025 के अंतिम दिन भारत सरकार में एक वरिष्ठ अधिकारी की अजीबोगरीब शैली में रिटायरमेंट हो रही है। एमएसएमई मंत्रालय के आईईडीएस अधिकारी हरेन्द्र प्रताप सिंह संयुक्त निदेशक के पद से रिटायर हो रहे हैं। वे प्रमोशन नहीं दिये जाने और न्यायालय के आदेश में विलंब के खिलाफ पिछले 30 जनवरी, 2014 से ड्यूटी के दौरान दैनिक निर्जला उपवास कर रहे हैं। यह उपवास रिटायरमेंट के बाद भी जारी रहने की संभावना है।
दिल्ली उच्च न्यायालय के दिनांक 31.08.2022 के फैसले के आलोक में श्री प्रताप की सीनियरिटी, बैच और प्रमोशन रिवाइज की जानी है लेकिन सुप्रीम कोर्ट से श्री प्रताप के पक्ष में फैसला आ जाने के बाद भी न्यायालय का आदेश पूरी तरह लागू नहीं किया गया है। साथ ही एरियर को लेकर भी भ्रम की स्थिति बनी हुई है। एमएसएमई मंत्रालय के अधीन विकास आयुक्त कार्यालय ने श्री प्रताप को मात्र चौरासी हजार रुपए का भुगतान एरियर में किया है जबकि सुप्रीम कोर्ट में मंत्रालय ने कहा है कि ढाई लाख रुपए का एरियर तैयार किया गया है।
सतर्कता सप्ताह में आयोजित इस फेयरवेल में अनेक लोग दिलचस्पी ले रहे हैं। प्रमोशन नहीं मिलने के कारण श्री प्रताप का पेंशन भी अधर में लटक रहा है। पेंशन पेपर भी पूरा नहीं बनाया गया है। इधर बिहार प्रदेश श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के अध्यक्ष महेश कुमार सिन्हा, उपाध्यक्ष कमल किशोर एवं विष्णुकांत मिश्र तथा महासचिव कमलकांत सहाय ने श्री प्रताप को नई पारी के लिए शुभकामनाएं दी है।
 
					 
					 
		 
		 
		 
			 
		 
		 
		 
		 
		 
		 
		 
		 
		 
		 
		