मदनपुर। नवबिहार टाइम्स संवाददाता
मदनपुर प्रखंड मुख्यालय के खिरियावां मोड़ स्थित कब्रिस्तान भूमि का विवाद सदियों से दो समुदायों के बीच चले आ रहा था जिसे शनिवार को आपसी सहमति से प्रशासन ने सुलझा लिया है। इससे दोनों पक्षों में सौहार्द का वातावरण कायम है। यह मामला वर्ष 1985 से न्यायालय में चल रहा है। इसे सुलझाने के लिए सरकार को निर्देशित किया था। जिला प्रशासन ने कई बार सुलझाने के लिए प्रयास की थी पर सफलता हासिल नहीं हो सकी थी। कब्रिस्तान का घेराबंदी के लिए सरकार से योजना स्वीकृत की है। भूमि विवाद को लेकर योजना लंबित रहा।
जिला अपर समाहर्ता ललीत भूषण और एसडीएम संतन कुमार सिंह की संयुक्त अध्यक्षता में सीओ अकबर हुसैन एवं थानाध्यक्ष राजेश कुमार के सराहनीय प्रयास और दोनों पक्षों की आम सहमति बनने के बाद निर्णायक समिति के लोग कब्रिस्तान विवाद स्थल पर गए। विवादित भूमि की नापी कराई गई। मुस्लिम समुदाय के लोगों को कब्रिस्तान की जमीन हिन्दुओं के देवता मलिका कुंवर से पूरब 46 फीट छोड़ कर और एनएच 19 की सीमा क्षेत्र की भूमि से 20 फीट छोड़ कर दक्षिणी तथा धोबी घाट की जमीन छोड़ कर कब्रिस्तान घेराबंदी कराने की सहमति बनी। इसके बाद राजस्व कर्मचारी प्रभात रंजन, अंचल प्रधान सहायक तपन कुमार ने दस्तावेज तैयार करने की प्रक्रिया किया।
दोनों समुदाय के लोगों ने सदियों पुराने विवाद समाप्त करने पर जिला प्रशासन और स्थानीय प्रशासन के प्रति आभार व्यक्त किया। इस मामले के सुलझाने में दशवतखाप निवासी सुनील कुमार सिंह, पूर्व जिला परिषद् सदस्य प्रफुल्ल कुमार सिंह, मो मतिउर्रहमान, मुखिया हमिद अख्तर, चन्द्रशेखर कुमार सिंह, अजीत कुमार सिंह, विनय कुमार यादव, पूर्व मुखिया सरफराज आलम तथा ज्ञानदत्त पाण्डेय, सुनिल कुमार सिंह सहित अन्य ने योगदान दिया।