औरंगाबाद। नवबिहार टाइम्स संवाददाता
ये इनायतें गज़ब की, ये बला की मेहरबानीमेरी ख़ैरियत भी पूछी, किसी और की जुबानी
मेरा गम रुला चुका है तेरी बिखरी ज़ुल्फ वाले ये घटा बता रही है, के बरस चुका है पानी
देश के प्रसिद्ध शायर नजीर बनारसी की इस बेहद मकबूल ग़ज़ल को जब बिहार के जाने माने गायक तथा निगरानी जांच ब्यूरो के महानिदेशक आलोक राज ने अपनी खनकती आवाज में गुनगुनाया तो श्रोता आवाज के जादू से शब्दों की नजाकत के सम्मोहन में बंध से गए. मौका था शानिवार की शाम शहर के यूएस रेसीडेंसी सभागार में गुरु पूर्णिमा की पूर्व सन्ध्या पर आयोजित संगीत कार्यक्रम का जिसका संयोजन शहर के चर्चित चिकित्सक दम्पति डॉ रवि रंजन और डॉ. शोभा रानी ने किया था.
इस कार्यक्रम का उद्घाटन डीजी विजिलेंस आलोक राज, जिला एवं सत्र न्यायाधीश अशोक राज, सिविल सर्जन रवि भूषण श्रीवास्तव, सिन्हा कॉलेज के प्राचार्य डॉ सुधीर मिश्रा, दूरदर्शन पटना में कार्यरत मधुरिमा राज, कार्यक्रम के आयोजक डॉ रवि रंजन और डॉ शोभा रानी सिन्हा ने संयुक्त रूप से दीप जलाकर किया।
इस कार्यक्रम में बतौर गायक आलोक राज ने देश के तमाम प्रमुख शायरों के कलाम को अपनी आवाज दी जिनमें बशीर बद्र की रचना “होठों पे मुहब्बत के फ़साने नहीं आते, साहिल पे समंदर के ख़ज़ाने नहीं आते’
गोपाल दास नीरज की रचना – ‘सुबह चले शाम चले नगर डगर काम चले, जिंदगी सफर है एक भारी’
गोपाल सिंह नेपाली की रचना – ‘दूर जाकर न कोई इशारा करे मन दोबारा तिबारा पुकारा करे’,
दुष्यंत कुमार की चर्चित ग़ज़ल – ‘मैं जिसे ओढ़ता बिछाता हूँ, वो ग़ज़ल आपको सुनाता हूँ’,
कतील शिफाई की रचना – ‘सोने जैसा रंग है तेरा’ जैसी रचनाएँ शामिल थीं.
इसके बाद उन्होंने चर्चित गायकों द्वारा गाये गीतों/ ग़ज़लों को गा कर उनके प्रति अपना सम्मान जताया जिनमें जगजीत सिंह की ग़ज़ल – ‘ तेरे आने की जब खबर महके तेरी खुशबू से सारा घर महके’ और ‘प्यार का पहला खत लिखने में वक्त तो लगता है’, मुकेश का गाया गीत – ‘कहीं दूर जब दिन ढल जाए’ आदि गा कर समा बाँध दिया.
इस कार्यक्रम के संगीत निर्देशक, भारतीय नृत्य कला मंदिर के निदेशक और चर्चित संगीतकार – गायक अशोक कुमार प्रसाद ने भी शास्त्रीय रागों पर आधारित प्रस्तुतियां दीं जिन्हें लोगों ने काफी सराहा. उनका साथ दे रहे थे तबलावादक चरणजीत सिंह, हारमोनियम वादक सुधीर कुमार, कीपैड वादक विकास कुमार सोलंकी. कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ पत्रकार तथा अधिवक्त प्रेमेन्द्र मिश्र ने किया.
प्लस विमेन हॉस्पिटल और शांता नर्सिंग इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर डॉ रवि रंजन और डॉ शोभा रानी सिन्हा ने कहा कि डीजी विजिलेंस आलोक राज ने आईपीएस अधिकारी के रूप में अपने कार्यकाल में इतनी उपलब्धियां हासिल की है जिनकी गिनती नहीं की जा सकती है। इसके लिए उन्हें राज्य और केंद्र सरकार से बहुतेरे सम्मान हासिल हुए हैं. उन्होंने पुलिस पदाधिकारी का पद संभालते हुए संगीत की दुनिया में भी एक खास उपलब्धि हासिल की है जो सभी के लिए प्रेरणा है। वे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी सहित देश के तमाम साहित्यकारों की रचनाओं को अपने स्वर दे चुके हैं और टी सीरिज सहित कई प्रतिष्ठित ऑडियो कंपनियों के द्वारा उनके कई रिकार्ड भी जारी किये गए हैं. बहुआयामी प्रतिभा के धनी श्री राज क्रिकेट संघ में भी पदाधिकारी के रूप में कार्य कर चुके हैं। इस अवसर पर मौजूद विशिष्ट अतिथियों को डॉ रवि रंजन और डॉ शोभा रानी सिन्हा द्वारा सम्मानित किया गया.
इस कार्यक्रम में नगर परिषद अध्यक्ष उदय गुप्ता, जिला विधि संघ के महासचिव जगनारायण सिंह, पूर्व अध्यक्ष रसिक बिहारी सिंह, वन सेवा के वरीय अधिकारी परमात्मा सिंह, वरिष्ठ पत्रकार और संपादक कमल किशोर, दैनिक जागरण के ब्यूरो इंचार्ज सनोज पाण्डेय, सोनवर्षा वाणी के सम्पादक श्रीराम अम्ब्स्ठ, वरीय पत्रकार रवि सिंह, यूएस रेसीडेंसी के मालिक श्याम किशोर प्रसाद, चिकित्सक डॉ. महेंद्र शर्मा, डॉ. असित रंजन, डॉ. ऋत्विक सिंह, डॉ. सनी कुमार, नगर परिषद् की पूर्व अध्यक्ष संगीता सिंह, पूर्व उपाध्यक्ष शोभा सिंह, रेड क्रॉस अध्यक्ष सतीश कुमार सिंह, देव वैली ग्रुप ऑफ़ इंस्टिट्यूट के निदेशक शम्भू नाथ पाण्डेय, सरपंच संघ के संरक्षक रवीन्द्र कुमार सिंह, इनर व्हील क्लब की अध्यक्ष सरिता सिंह, महिला प्रकोष्ठ अध्यक्ष अनीता सिंह, विवेक सिंह, अरुण सिंह, डॉ. रवीन्द्र कुमार आदि मौजूद थे।