नवबिहार टाइम्स ब्यूरो
औरंगाबाद। मगध क्षेत्र निर्माण संघर्ष समिति के सचिव उमेश तिवारी ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर बिहार विभूति, स्वतंत्रता सेनानी और बिहार के प्रथम उपमुख्यमंत्री स्वर्गीय डॉ. अनुग्रह नारायण सिंह को भारत रत्न देने की मांग की है। पत्र में कहा गया है कि अनुग्रह बाबू ने स्वतंत्रता आंदोलन में महात्मा गांधी को पूरा सहयोग दिया। चंपारण सत्याग्रह में किसानों के साथ अग्रिम पंक्ति में रहकर अंग्रेजों के खिलाफ संघर्ष किया और कई बार जेल गए। रॉलेट एक्ट विरोध, अगस्त क्रांति और अन्य आंदोलनों में भी उनकी सक्रिय भागीदारी रही।
आजादी के बाद वे बिहार सरकार के प्रथम उपमुख्यमंत्री एवं वित्त मंत्री बने। उनके नेतृत्व में राज्य में सिंचाई, सड़क, कृषि सुधार और औद्योगिक विकास की ठोस नींव पड़ी। जिनेवा में हुए श्रम सम्मेलन में भारत का प्रतिनिधित्व कर उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी देश की छवि मजबूत की।
उमेश तिवारी ने कहा कि सरलता और सादगी के प्रतीक अनुग्रह बाबू आधुनिक बिहार के निर्माता थे। डॉ. राजेंद्र प्रसाद और सरदार पटेल जैसे राष्ट्रीय नेताओं का सान्निध्य उन्हें प्राप्त था। समिति ने प्रधानमंत्री से आग्रह किया है कि उन्हें भारत रत्न की उपाधि प्रदान कर बिहार और देश के लोगों की भावना का सम्मान किया जाए।