नवबिहार टाइम्स ब्यूरो
औरंगाबाद। बिहार के नक्सल प्रभावित औरंगाबाद जिले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और विशेष कार्य बल (एसटीएफ) के साथ संयुक्त रूप से चलाए गए नक्सल विरोधी अभियान के तहत 22 हार्डकोर नक्सलियों समेत विभिन्न आपराधिक वारदातों में 10942 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है। इसके साथ ही नक्सलियों के ठिकानों से भारी मात्रा में शक्तिशाली विस्फोटकों और हथियारों की बरामदगी की गई है।
पुलिस अधीक्षक अंबरीष राहुल ने बताया कि नक्सल विरोधी अभियान के तहत पिछले एक वर्ष के दौरान जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों से प्रतिबंधित भाकपा माओवादी के हार्डकोर सुभाष यादव, बिहारी रवानी, बिंदेश्वरी पासवान, करीमन यादव, विनय रविदास समेत 22 नक्सलियों को हथियार के साथ गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया कि इन नक्सलियों की गिरफ्तारी से जिले में नक्सली गतिविधियों में काफी हद तक कमी आई है और नक्सली संगठनों का मनोबल बिल्कुल टूट गया है।
श्री राहुल ने बताया कि जिले के सुदूरवर्ती पहाड़ी तथा जंगली इलाकों में लगातार चलाए जा रहे अभियान के दौरान 119 प्रेशर आईईडी, 49 केन बम, 477 डेटोनेटर, 7 देसी कट्टा, दो कार्बाइन, एक राइफल और 2000 से अधिक जिंदा कारतूसों को बरामद किया गया है। उन्होंने बताया कि इस दौरान 340 मीटर कोडेक्स तार और अन्य घातक सामानों को भी नक्सली ठिकानों से जब्त किया गया है।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि यदि नक्सलियों के दुरूह ठिकानों से इन घातक विस्फोटकों और हथियारों की बरामदगी नहीं की जाती तथा विभिन्न मार्गो में लगाए गए प्रेशर आईईडी को जब्त नहीं किया जाता तो सुरक्षा बलों को काफी नुकसान पहुंच सकता था। उन्होंने बताया कि नक्सलियों ने प्रेशर आईईडी और केन बम को नक्सल विरोधी अभियान में लगे केंद्रीय सुरक्षा बल तथा पुलिस बल को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से ही सुदूरवर्ती जंगली तथा पहाड़ी इलाकों में लगाया था लेकिन पुलिस के विशेष प्रशिक्षित दस्ते ने इनकी बरामदगी कर नक्सलियों की योजना को विफल कर दिया।
श्री राहुल ने बताया कि वर्ष 2024 में औरंगाबाद पुलिस ने विभिन्न मामलों में 10942 अपराधियों को गिरफ्तार किया जिसमें हत्या के 151, लूट के 12, डकैती के 15 और पुलिस बल पर हमले के 118 अभियुक्त शामिल हैं। उन्होंने बताया कि 2823 अजमानतीय अभियुक्तों को गिरफ्तार करके न्यायालय में त्वरित विचारण के लिए उपस्थापित किया गया और विविध कांडों के 4800 अभियुक्तों को 7 साल के कम की सजा और 112 अभियुक्तों को 7 साल से अधिक की सजा के मामलों में गिरफ्तार कर जेल भेजा गया।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जिले में घटित सभी बहुचर्चित पांचों कांडों का पुलिस ने सफल उद्भेदन किया और इनके नामजद तथा अप्राथमिकी अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया। इनमें भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत वाराणसी-कोलकाता एक्सप्रेस वे के निर्माण कार्य में लगी सड़क निर्माण कंपनी के बेस कैंप पर फायरिंग और रंगदारी मांगने के मामले के अभियुक्त भी शामिल हैं।