वरिष्ठ पत्रकार कमल किशोर भी समिति में शामिल, पेड न्यूज और चुनावी विज्ञापनों पर रहेगी पैनी नजर
नवबिहार टाइम्स ब्यूरो
औरंगाबाद। आगामी विधानसभा आम निर्वाचन 2025 को निष्पक्ष, पारदर्शी और स्वतंत्र रूप से सम्पन्न कराने के लिए जिला प्रशासन ने एक अहम कदम उठाया है। चुनाव प्रचार से संबंधित सभी विज्ञापनों और समाचारों पर निगरानी के उद्देश्य से जिला स्तरीय मीडिया प्रमाणीकरण एवं अनुश्रवण समिति (MCMC) का गठन कर दिया गया है। समाहरणालय, औरंगाबाद से जारी आदेश के अनुसार जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-जिला पदाधिकारी समिति के अध्यक्ष होंगे।
समिति में उप विकास आयुक्त, अपर समाहर्त्ता, अनुमंडल पदाधिकारी (औरंगाबाद सदर एवं दाउदनगर), जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी, आकाशवाणी-दूरदर्शन प्रतिनिधि, वरिष्ठ पत्रकार कमल किशोर, केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के पदाधिकारी तथा आईटी मैनेजर (सोशल मीडिया विशेषज्ञ) को सदस्य बनाया गया है।
समिति की जिम्मेदारी व्यापक है। यह पम्पलेट, पोस्टर, बैनर, टीवी/रेडियो विज्ञापन, केबल नेटवर्क, सोशल मीडिया और प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में प्रकाशित होने वाले समाचारों एवं विज्ञापनों की सतत निगरानी करेगी। पेड न्यूज जैसी गतिविधियों पर रोकथाम, चुनाव प्रचार से पहले सभी विज्ञापनों का प्रमाणीकरण तथा राजनीतिक दलों एवं अभ्यर्थियों के आचरण पर नजर रखना इसकी प्रमुख जिम्मेदारियों में शामिल है। इसके अलावा समिति चुनाव से संबंधित बैठकों की सूचना प्रेस प्रतिनिधियों तक समय पर पहुँचाएगी और आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन से जुड़ी शिकायतों का व्यापक प्रचार-प्रसार करेगी ताकि उम्मीदवारों और जनता दोनों को इसकी जानकारी हो सके।
जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि किसी भी तरह की आचार संहिता उल्लंघन की सूचना समिति द्वारा तत्काल जिला निर्वाचन पदाधिकारी को दी जाएगी ताकि समय रहते उचित कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके। चुनावी विशेषज्ञों का मानना है कि मीडिया प्रमाणीकरण एवं अनुश्रवण समिति की भूमिका विधानसभा चुनावों में बेहद अहम होगी, क्योंकि डिजिटल और सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए प्रचार-प्रसार की गतिविधियों पर प्रभावी नियंत्रण जरूरी हो गया है। समिति की सक्रियता से चुनावी प्रक्रिया अधिक निष्पक्ष और पारदर्शी बनाने में मदद मिलेगी।