10 दिनों के भीतर बनकर तैयार हो जाएगा डीपीआर
कमल किशोर
औरंगाबाद। केंद्रीय राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय ने राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 139 पर आवागमन की सुविधा को आसान बनाने के लिए बिहार के औरंगाबाद, दाउदनगर और अरवल शहर में बाईपास सड़क का निर्माण करने के लिए अपनी सहमति और स्वीकृति प्रदान कर दी है। राष्ट्रीय उच्च पथ प्रमंडल के औरंगाबाद स्थित कार्यपालक अभियंता इं तुलसी प्रसाद ने बताया कि झारखंड की सीमा महाराजगंज से लेकर पटना तक आवागमन को सुगम बनाने के दृष्टिकोण से औरंगाबाद, दाउदनगर और अरवल शहर में फोरलेन बाईपास सड़क का निर्माण कराया जाएगा। इसके लिए विस्तृत परियोजना प्रतिवेदन डीपीआर बनाने का काम तेजी से चल रहा है। उन्होंने बताया कि अगले 10 दिनों में डीपीआर तैयार कर रही कंपनी के द्बारा मंत्रालय के उच्च अधिकारियों को डीपीआर समर्पित कर दिया जाएगा।
इं प्रसाद ने बताया कि इन तीनों शहरों को मिलाकर करीब 35 किलोमीटर फोरलेन सड़क का निर्माण कराया जाएगा और यह पूरी तरह ग्रीनफील्ड सड़क होगी। इसके लिए आवश्यकतानुसार जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। कार्यपालक अभियंता ने बताया कि केंद्र सरकार के राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय ने फिलहाल इन शहरों में बाईपास सड़क के निर्माण पर अपनी सहमति और स्वीकृति दी है। इन शहरों के बीच से वर्तमान में राष्ट्रीय उच्च पथ के गुजरने के कारण अक्सर जाम की स्थिति पैदा हो जाती है और आवागमन प्रभावित होता है। उन्होंने बताया कि बाईपास सड़क का निर्माण हो जाने के बाद आवागमन की अच्छी सुविधा नागरिकों को मिलेगी। उन्होंने बताया कि औरंगाबाद-पटना सड़क के फोरलेन के निर्माण का प्रस्ताव भी केंद्र सरकार के पास है।
इस बीच औरंगाबाद के पूर्व सांसद सुशील कुमार सिह ने कुछ दिनों पूर्व केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात कर औरंगाबाद जिले के अम्बा और ओबरा शहर में बाईपास सड़क के निर्माण की मांग की थी तथा उन्हें अवगत कराया था कि राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 139 पर आवागमन को सुगम बनाने के लिए अम्बा और एवं ओबरा में भी फोरलेन बाईपास सड़कों का निर्माण अत्यंत जरूरी है। इस आलोक में केंद्रीय मंत्री श्री गडकरी ने उन्हें शीघ्र जनहित में निर्णय लेने का आश्वासन दिया है।