युवाओं और बालिकाओं को जोड़ने पर विशेष ज़ोर, मतदाता जागरूकता को मिलेगी नई रफ्तार
नवबिहार टाइम्स ब्यूरो
औरंगाबाद। आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों के तहत मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण–2025 को लेकर सोमवार को समाहरणालय सभाकक्ष में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता मगध प्रमंडल की आयुक्त-सह-निर्वाचक सूची प्रेक्षक सफीना ए.एन. ने की। बैठक की शुरुआत में जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी श्रीकान्त शास्त्री ने आयुक्त का स्वागत करते हुए औरंगाबाद जिले की भौगोलिक, प्रशासनिक और निर्वाचन संबंधी संरचना का विस्तृत विवरण प्रस्तुतीकरण के माध्यम से प्रस्तुत किया। उन्होंने जानकारी दी कि जिले में कुल 2279 मतदान केंद्र हैं, जिनमें 1013 केंद्रों पर तैनात बीएलओ स्वयं उस केंद्र के मतदाता भी हैं।
प्रस्तुति में बताया गया कि जिले में निर्वाचक नामावली के अद्यतन कार्य के लिए सभी निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी , सहायक निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी और बीएलओ को विशेष प्रशिक्षण दिया गया है। प्रशिक्षण में बीएलओ को ‘बीएलओ ऐप’ और ‘वोटर हेल्पलाइन ऐप’ के उपयोग का तकनीकी ज्ञान कराया गया। विशेष जानकारी में यह भी बताया गया कि विधानसभा क्षेत्र संख्या 222-कुटुम्बा (अनु.जा.) के एईआरओ, यानी प्रखंड विकास पदाधिकारी कुटुम्बा, का आकस्मिक निधन 24 अगस्त को हो गया, जिससे पद रिक्त है। इसके लिए विभागीय अनुरोध भेज दिया गया है और मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, बिहार को सूचित कर दिया गया है।
अब तक जिले में 99.64 प्रतिशत मतदाताओं के दस्तावेज अपलोड हो चुके हैं। शेष बचे मामलों की जानकारी लेते हुए आयुक्त सफीना ए.एन. ने सभी ईआरओ को निर्देश दिया कि वे खुद क्षेत्र में जाकर दस्तावेज अपलोड कार्य की प्रगति सुनिश्चित करें। आयुक्त ने निर्देश दिया कि 1 जुलाई 2025 की अहर्त्ता तिथि के अनुसार 18 वर्ष की आयु पूरी कर चुके युवाओं, विशेषकर बालिकाओं, को मतदाता सूची में शामिल करने के लिए विशेष अभियान चलाया जाए। इसके लिए सोशल मीडिया, जिंगल्स, विद्यालयों-महाविद्यालयों और कोचिंग संस्थानों के जरिए व्यापक प्रचार किया जाएगा।
उन्होंने बीएलओ को कम से कम 15 नए मतदाताओं का नामांकन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया और सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों से इस अभियान में सहयोग की अपेक्षा जताई।जिले में मतदाता जागरूकता के लिए पहले से ही व्यापक प्रचार अभियान चलाया जा रहा है। इसमें होर्डिंग, फ्लेक्स, सोशल मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, रेडियो और ऑडियो जिंगल्स का उपयोग शामिल है। साथ ही, विद्यालयों और कॉलेजों में कैंपस एंबेसडर तैनात किए गए हैं। सुप्रसिद्ध गायिका डिम्पल भूमि को “डिस्ट्रिक्ट आइकॉन” नियुक्त कर अभियान को और प्रभावी बनाया गया है।
बैठक के अंत में आयुक्त ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी पात्र नागरिक मतदाता सूची से वंचित न रहे। समयबद्ध और पारदर्शी प्रक्रिया के तहत कार्य को सफल बनाने में सभी संबंधित अधिकारियों की सक्रिय भूमिका अनिवार्य है।
इस अवसर पर उप विकास आयुक्त अनन्या सिंह, उप मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी मगध प्रमंडल गया, अपर समाहर्ता अनुग्रह नारायण सिंह, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी रत्ना प्रियदर्शिनी, उप निर्वाचन पदाधिकारी मोहम्मद गज़ाली सहित सभी निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी एवं विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि मौजूद थे।