नवबिहार टाइम्स संवाददाता
औरंगाबाद। बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) ने असैनिक न्यायाधीश (कनीय कोटि) के पदों पर नियुक्ति के लिए 32वीं बिहार न्यायिक सेवा प्रतियोगिता परीक्षा का अंतिम परिणाम जारी कर दिया है। पहले छह स्थानों पर महिला अभ्यर्थी सफल हुईं हैं। हालांकि, टॉप 10 में 9 लड़कियों को सफलता मिली है। लड़कों ने इस बार निराश किया है। टॉप 20 में भी केवल 4 ही लड़के आ पाए।
इसमें औरंगाबाद जिले की दो बेटियों का भी चयन हुआ है। अब वे जज बनेंगी। इनके रिजल्ट आने में परिवार में खुशी का माहौल बना हुआ है। पहली लड़की निश्चया औरंगाबाद शहर के श्री कृष्ण नगर निवासी नीलमणि कुमार की बेटी है जो अपने पहले प्रयास में बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित 32वी न्यायिक सेवा परीक्षा में सफलता प्राप्त की है। वहीं दूसरी लड़की दिव्या देव प्रखंड के नरसिंहा निवासी स्व. विजय सिंह की चतुर्थ सुपुत्री है। दिव्या ने भी अपने पहले प्रयास में बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित 32वी न्यायिक सेवा परीक्षा में सफलता प्राप्त की है। दोनों बेटियों को बधाई देने के लिए परिवार के सगे–संबंधियों एवं शुभचिंतकों का तांता लगा हुआ है।
विदित हो कि 32वीं बिहार न्यायिक सेवा प्रतियोगिता के मुख्य लिखित परीक्षा में 463 अभ्यर्थी सफल घोषित किए गए थे। इनके लिए साक्षात्कार का आयोजन 13 से 23 नवंबर तक हुआ। चार अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल नहीं हुए। साक्षात्कार में शामिल एक अभ्यर्थी का परीक्षाफल रद कर दिया गया है। मुख्य लिखित परीक्षा और साक्षात्कार में प्राप्त अंक के आधार पर 153 अभ्यर्थियों को सफल घोषित किया गया है। संयुक्त मेधा सूची में दो या अधिक अभ्यर्थियों के समान अंक होने पर मुख्य परीक्षा में अधिक अंक प्राप्त करने वालों को प्राथमिकता दी गई है।