नवबिहार टाइम्स ब्यूरो
औरंगाबाद। बीएड कोर्स के जरिए युवा अपना भविष्य शिक्षक बनकर संवार सकते हैं। बीएड सत्र 2025–27 में नामांकन लेने के लिए इच्छुक छात्र-छात्राएं 5 जुलाई से 15 जुलाई तक अपना आवेदन भर सकते हैं। ज्ञात हो कि सत्र 2025-27 में नामांकन के लिए ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय दरभंगा द्वारा आयोजित बीएड सीईटी 2025 के लिए फॉर्म भरने की प्रक्रिया पूरी हो गई है। यह बातें उत्कृष्ट शिक्षण संस्थानों में सुमार ओबरा के देवकली स्थित महामाया कॉलेज ऑफ एजुकेशन के अध्यक्ष अभिषेक कुमार ने कही।
उन्होंने बताया कि नामांकन 5 जुलाई से 16 जुलाई के बीच होगी। युवक–युवतियां समय का सदुपयोग कर अपने भविष्य को एक आदर्श अध्यापक के रूप में स्थापित कर सकते हैं। शिक्षक राष्ट्र निर्माता और समाज के पथ प्रदर्शक होते हैं। उन्होंने बताया कि महामाया कॉलेज ऑफ एजुकेशन संस्थान बिहार के सर्वोत्तम महाविद्यालयों में से एक है जिसमें बीएड एवं डीएलएड का कोर्स संचालन किया जाता है। यहां सभी सुविधाओं से युक्त कैंपस जैसे शुद्ध पेयजल, वाई-फाई, आवागमन की सुविधा, सूचना एवं संग्रह, तकनीकी शिक्षा, स्मार्ट क्लास, सुसज्जित प्रयोगशाला, नवीनतम पाठ्य पुस्तकों से लैस डिजिटल लाइब्रेरी, इको फ्रेंडली कैंपस, इंडोर आउटडोर खेल का मैदान, सेमिनार रुम, मल्टीपरपस हॉल आदि सुविधाएं उपलब्ध हैं।
श्री कुमार ने कहा कि इस संस्थान में छात्र-छात्राओं का शारीरिक, मानसिक, सामाजिक और बौद्धिक विकास किया जाता है। इस महाविद्यालय में आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने के लिए आर्थिक सहायता भी प्रदान किया जाता है। विदित हो कि पूर्व के सभी छात्रों का सफल संचालन करते हुए महाविद्यालय का रिजल्ट शत प्रतिशत रहा है तथा यहां के प्रशिक्षणार्थियों ने अपने प्रतिभा के दम पर अपना लोहा मनवाया है। विगत वर्षों में बीपीएससी के जरिए 40 शिक्षकों का चयन हुआ है जिन्होंने महामाया कॉलेज से प्रशिक्षण प्राप्त किया है। इसके अलावा निजी क्षेत्र में भी बहुत से छात्र-छात्राएं कार्यरत हैं जिन्हें समय–समय पर महाविद्यालय परिवार कार्यक्रमों के माध्यम से सम्मानित करता रहता है।