बिहार कृषि ऐप विकास करने के लिए मिला स्वर्ण पदक
नवबिहार टाइम्स ब्यूरो
नई दिल्ली। कृषि क्षेत्र में डिजिटल नवाचार को बढ़ावा देने के लिए बिहार सरकार के “बिहार कृषि” मोबाइल एप्लिकेशन को प्रतिष्ठित ईटी गवर्नमेन्ट डिजिटेक अवार्ड 2025 में स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया है। यह सम्मान बिहार के कृषि सचिव संजय कुमार अग्रवाल को प्रदान किया गया। श्री अग्रवाल ने बताया कि यह एप्लिकेशन किसानों को एक ही प्लेटफार्म पर सभी सरकारी योजनाओं और कृषि संबंधी जानकारियों तक पहुंच प्रदान करता है। यह एकल विंडो इंटरफेस के रूप में कार्य करता है, जिससे किसान विभिन्न योजनाओं के लिए आवेदन कर सकते हैं और उनकी स्थिति की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इस एप्लिकेशन में एक किसान पासबुक सुविधा जोड़ी गई है, जिसमें किसानों को उनकी अनुदान और सरकारी लाभों का पूरा रिकॉर्ड मिलेगा। इसके अलावा, पौधा संरक्षण सलाह अनुभाग के तहत प्रमुख फसलों जैसे धान, गेहूं, मक्का, दलहन और तिलहन के कीट-व्याधियों और उनके रोकथाम के उपायों की जानकारी दी गई है।
श्री अग्रवाल ने बताया कि एप में फसलों के बाजार मूल्य की जानकारी दी गई है, जिससे किसान वास्तविक और पिछले दिनों के मूल्य देख सकते हैं। वहीं, शिकायत निवारण तंत्र के माध्यम से किसान कृषि से जुड़ी समस्याएं दर्ज कर सकते हैं और उनका समाधान प्राप्त कर सकते हैं। एप्लिकेशन किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड डाउनलोड करने की सुविधा भी प्रदान करता है, जिससे वे उर्वरकों और पोषक तत्वों के उपयोग संबंधी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। साथ ही, मौसम संबंधी जानकारी उपलब्ध कराई जाती है जिससे किसान तापमान, वर्षा और हवा की गति जैसी महत्वपूर्ण जानकारियों से अवगत रह सकें। किसानों को नवीनतम सरकारी योजनाओं और नीतियों की जानकारी त्वरित रूप से प्रदान करने के लिए इस एप्लिकेशन में नवीनतम घोषणाओं की सुविधा दी गई है।
वहीं, कृषि सरकारी निर्देशिका किसानों को मंडियों, कोल्ड स्टोरेज, पैक्स और कृषि विज्ञान केंद्रों से जोड़ती है। श्री अग्रवाल ने बताया कि इस एप्लिकेशन में बिहार कृषि रेडियो की सुविधा भी जोड़ी गई है, जिससे किसान कृषि विशेषज्ञों, वैज्ञानिकों और सरकारी अधिकारियों से जुड़कर नई कृषि तकनीकों, मौसम पूर्वानुमान और सरकारी योजनाओं की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इस डिजिटल नवाचार के लिए बिहार कृषि विभाग को सम्मानित किया जाना राज्य के कृषि क्षेत्र में डिजिटल परिवर्तन की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि मानी जा रही है। इससे राज्य के किसानों को आधुनिक तकनीक से सशक्त बनाने में मदद मिलेगी।