शिविर में 21 भाई–बहनों ने स्वैच्छिक रूप से किया अपना रक्तदान
नवबिहार टाइम्स ब्यूरो
औरंगाबाद। विश्व बंधुत्व दिवस के उपलक्ष्य में ब्रह्माकुमारी संस्थान द्वारा भारत और नेपाल में चलाए जा रहे रक्तदान महाअभियान का उत्साह चरम पर है। महज दो दिन में ही 670 शिविरों में 50 हजार यूनिट रक्तदान हो चुका है। लक्ष्य 25 अगस्त तक 1500 शिविरों के जरिये एक लाख से अधिक यूनिट रक्त एकत्र करने का है। इस उपलब्धि के साथ गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराने की तैयारी की जा रही है।
इसी के तहत रविवार को औरंगाबाद सदर अस्पताल स्थित बल्ड बैंक में भी राजयोगिनी दादी प्रकाशमणि जी की 18वीं पुण्यतिथि पर रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इसमें ब्रह्माकुमारी संस्थान से जुड़े 21 भाई–बहनों ने स्वैच्छिक रूप से अपना रक्तदान किया। शिविर में कई रक्तवीरों ने पहली बार रक्तदान किया। संस्थान के द्वारा सभी रक्तवीरों को प्रमाण पत्र भी दिया गया।
इस दौरान औरंगाबाद शाखा की संचालिका बी के सविता दीदी ने कहा कि रक्तदान जीवनदान की श्रेणी में आता है। जब हम किसी को रक्त देते हैं, तो हम केवल उसके शरीर की नहीं बल्कि आत्मा की जीवनयात्रा को भी आगे बढ़ाने का अवसर देते हैं। अगर हर युवा वर्ष में सिर्फ दो बार रक्तदान करे तो भारत में कभी भी रक्त की कमी नहीं होगी।
रक्तदान करने वालों में करण, सतीश कुमार, सूरज, हिमांशु राज, प्रतिभा ओझा, सुनीता, रश्मि कुमारी, मनोहर कुमार ओझा, नीतीश कुमार, प्रतिमा, संतोष कुमार, सुनील कुमार आदि शामिल हैं।