नवबिहार टाइम्स संवाददाता
मसौढी। मसौढी की अबोहला इन दिनों खराब हो गई है। हवा में जहर बनकर जहरीली हवा लोगों के फेफड़े खराब कर रहे हैं। दरअसल सड़क के किनारे जलाई जा रहे कूड़े से पूरा वातावरण प्रभावित हो रहा है। और अब वह सड़कों पर पूरी तरह से इस कदर फैल गया है कि वाहनों को आने-जाने में परेशानी होने लगी है जिससे सड़क हादसे होने की आशंका भी बन रही है। एक तरफ पर्यावरण को स्वच्छ बनाने के लिए पूरे देश भर में कई तरह के कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।
मसौढ़ी की एक तस्वीर देखिए जहां पर पर्यावरण को सुरक्षित और संरक्षित रखने की बजाय पूरे वातावरण में जहरीली हवा घोलने की कोशिश की जा रही है. दरअसल न केवल सडक के किनारे कूड़े को जलाया भी जा रहा है। कूड़ा जलाने के कारण इससे निकलने वाली जहरीली गैस लोगों के फेफड़ों में जाकर असर करना शुरू कर देती है. जिससे लोगों को कई कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है. देखा जाए तो वातावरण को सुरक्षित और संरक्षित करने की बजाए यहां लोगों को बीमार करने की कोशिश की जा रही है।ऐसे में इसके प्रति लोगों को संजीदा होने की बेहद जरूरत है, तभी अपने आसपास के वातावरण को साफ सुथरा रखा जा सकता है। यह एनजीटी के नियमों का उल्लंघन है।
बाल विद्या निकेतन के प्राचार्य वेद प्रकाश गुड्डू ने बताया कि कई बार नगर परिषद को हमने मौखिक रूप से जल रहे कूड़े और निकल रहे धुएं के बारे में अवगत करवाएं हैं उन्हें बताया गया है कि निकलने वाले जहरीले हवा से स्कूल के बच्चे को प्रभावित हो रही है। बावजूद कोई इसकी सूची लेने वाले नहीं है। प्रशासन की एक बड़ी लापरवाही देखी जा रही है. इससे निकले वाला धुंआ रास्ते से गुजर रहे और आसपास के लोगों के लिए एक परेशानी का सबब बन गया है. हर कोई मास्क लगाकर कर चलने को विवश है. बढ़ते प्रदूषण से लोगों को सांस लेने में दिक्कत आ रही है. साथ ही छोटे बच्चों के लिए भी ये माहौल काफी हानिकारक है।