कांवरियों की सेवा करने के लिए नीलकंठ महादेव सेवा समिति है तैयार
औरंगाबाद। नवबिहार टाइम्स संवाददाता
इस वर्ष सावन माह की शुरुआत 22 जुलाई से हो रही है। सावन भगवान शिव का महीना होता है और सभी शिव भक्तों को इसका बेसब्री से इंतजार रहता है। देवघर स्थित बाबाधाम में विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला भी सरकार के द्वारा आयोजित किया जाता है जहां पूरे सावन माह में प्रतिदिन लाखों की संख्या में पूरे देश–विदेश से कांवरिया मंदिर में पहुंचते हैं। वहां शिवलिंग पर जलाभिषेक करने से कांवरियों की मनोकामना पूरी होती है क्योंकि बाबाधाम में मनोकामना ज्योतिर्लिंग स्थापित है।
इन्हीं कांवरियों की निशुल्क रूप से सेवा करने के लिए नीलकंठ महादेव सेवा समिति, औरंगाबाद इस बार पूरी तैयारी के साथ अपनी जमीन में ही सेवा शिविर चलाएगी। शिविर की शुरुआत 21 जुलाई से होगी जो 18 अगस्त 2024 तक चलेगी। समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि सुल्तानगंज से देवघर जाने वाले कांवरिया पथ में कुमारसार नदी से तीन किलोमीटर आगे जोरीपार के पास यह शिविर लगाया जा रहा है जो बांका जिला अंतर्गत आता है। उन्होंने बताया कि हमलोग पिछले तीन वर्षों से औरंगाबाद जिले से लगभग 300 किलोमीटर दूर बांका जिले में आकर कांवरियों की निशुल्क रूप से सेवा कर रहे हैं। इस बार हमलोगों का चौथा वर्ष होगा।
पदाधिकारियों ने बताया कि शिविर में 4200 स्क्वायर फीट में कांवरिया बम के लिए लैट्रिन और बाथरूम बनाया गया है। 25 लैट्रिन जिसमें दो कम्बोर्ड है और 30 झरना तथा बहुत बड़ा बेसिन बनाया गया है। लैट्रिन/बाथरूम लेडिज और जेंट्स के लिए अलग–अलग बनाया गया है। उन्होंने बताया कि यह सेवा शिविर अपनी जमीन में ही लगाया गया है जो औरंगाबाद जिले के लिए गर्व की बात है। 61 डिसमिल जमीन की खरीदारी होने के बाद पूरी जमीन में बाउंड्री भी कर लिया गया है।
नीलकंठ महादेव सेवा समिति 365 दिन कांवरियों की सेवा के लिए वचनबद्ध है जो बहुत जल्द ही कांवरिया पथ पर अपने जमीन में शुरू कर दी जाएगी। शिविर में पंडाल का काम शुरू हो गया है। इसे पिछली बार से और भव्य बनाया जा रहा है। इस बार दुल्हन की तरह नीलकंठ महादेव सेवा समिति का परिसर सजेगा। जमीन को जल्द ही और बड़ा किया जाएगा। इसके लिए और जमीन अधिग्रहण की बात चल रही है। पिछले साल 57 दिन सेवा देने के बाद लगातार पूरे साल बाबा भोलेनाथ की कृपा से काम चलता रहा है।