70वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा का होगा कदाचार मुक्त संचालन
नवबिहार टाइम्स संवाददाता
औरंगाबाद। बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित एकीकृत 70वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा के सफल एवं कदाचार मुक्त संचालन के मद्देनजर जिलाधिकारी श्रीकांत शास्त्री एवं पुलिस अधीक्षक अम्बरीष राहुल के संयुक्त अध्यक्षता में समाहरणालय के योजना भवन के सभा कक्ष में समीक्षा बैठक एवं ब्रीफिंग आयोजित की गई।
13 दिसंबर को एक पाली में यह परीक्षा आयोजित की जानी है। जिला में कुल 26 परीक्षा केन्द्र बनाए गए हैं। जिला पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर एक स्टैटिक मजिस्ट्रेट (पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिस बल के साथ) प्रति नियुक्ती की गई है जो प्रेक्षक के रूप में अपने दायित्व का निर्वहन करेंगे। परीक्षा प्रारंभ होने के 3 घंटा पूर्व में निश्चित रूप से परीक्षा केंद्र पर उपस्थित होंगे। जिलाधिकारी के द्वारा बताया गया कि परीक्षार्थी को परीक्षा प्रारंभ होने के समय 12 बजे मध्याह्न एक घंटा पूर्व अर्थात 11 बजे पूर्वाहन तक ही परीक्षा भवन में प्रवेश करने की अनुमति दिया जाएगा। निर्धारित समय के बाद अर्थात विलंब से आने वाले परीक्षार्थियों को परीक्षा भवन में किसी भी परिस्थिति में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दिया जाएगा।
उनके द्वारा बताया गया कि स्टैटिक मजिस्ट्रेट का दायित्व होगा कि वह परीक्षार्थी की तलाशी का कार्य पूरी सघन तरीके से करेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि कोई भी परीक्षार्थी परीक्षा केंद्र पर प्रवेश पत्र एवं फोटो पहचान पत्र के अलावा अन्य किसी प्रकार का कोई कागजात, सामान, मोबाइल फोन, ब्लूटूथ, स्मार्ट वॉच अथवा अन्य आपत्तिजनक सामान या इलेक्ट्रॉनिक उपकरण लेकर प्रवेश नहीं करेंगे। साथ ही सभी केंद्राधीक्षक यह आश्वस्त हो लेंगे कि सघन जांच के उपरांत ही अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्र में प्रवेश दिया जाय। महिला अभ्यर्थियों के जांच के लिए केंद्राधीक्षक के द्वारा एक अलग कक्ष अथवा घेरायुक्त स्थल की व्यवस्था की जाएगी। साथ ही यह भी निर्देश दिया कि सभी केंद्राधीक्षक एवं स्टैटिक मजिस्ट्रेट केंद्रो पर लाइट, पेयजल, शौचालय आदि की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित कराएंगे।
परीक्षा के कदाचार मुक्त संचालन हेतु स्टैटिक, जोनल एवं उड़नदस्ता दल का गठन किया गया है। साथ ही पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिस बल की भी पर्याप्त मात्रा में प्रतिनियुक्ति की गई है। जो परीक्षा के वह स्वच्छ रूप से संचालन के लिए केंद्रों का औचक रूप से निरीक्षण करेगी। उड़नदस्ता दल के द्वारा कदाचार करते पाए गए व्यक्तियों एवं अभ्यर्थियों के विरुद्ध तत्काल आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसकी अतिरिक्त प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर केंद्राधीक्षक द्वारा निश्चित रूप से वीडियोग्राफी की व्यवस्था की जाएगी। परीक्षा प्रारंभ होने के पूर्व से ही तथा परीक्षा समाप्त होने तक लगातार सभी महत्वपूर्ण प्रक्रियाओं जैसे गोपनीय सामग्री सील खोलकर निकलना एवं पैक करना तथा सभी परीक्षा कक्षा में परीक्षा की प्रक्रिया जिसके दौरान सभी अभ्यर्थियों के चेहरे पर विशेष ध्यान देते हुए वीडियोग्राफी की जाएगी।
इसके अतिरिक्त जिला अपना प्रबंधन शाखा, औरंगाबाद में नियंत्रण कक्ष की भी स्थापना की गई है। जहां से सभी परीक्षा केंद्रों के प्रवेश द्वार, कंट्रोल रूम एवं सभी परीक्षा कक्षा में उपस्थित व्यक्तियों एवं अभ्यर्थियों की विभिन्न गतिविधियों पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी कलर कैमरा का विस्थापन कराया गया है। उक्त सभी सीसीटीवी कैमरा से जिला नियंत्रण कक्ष में लाइव स्ट्रीमिंग के माध्यम से सभी परीक्षा केंद्र की गतिविधि की निगरानी रखी जाएगी।
इस ब्रीफिंग बैठक में अपर समाहर्ता ललित भूषण रंजन, उप विकास आयुक्त अभ्येन्द्र मोहन सिंह, दाउदनगर एसडीएम मनोज कुमार, सदर एसडीपीओ संजय कुमार सिंह, जिला योजना पदाधिकारी अविनाश कुमार, डीसीएलआर श्वेतांक लाल, वरीय उप समाहर्ता मेराज जमील, जिला कोषागार पदाधिकारी महंत स्वरूप, जिला शिक्षा पदाधिकारी, सभी केंद्राधीक्षक, सभी दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी एवं अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।