नवबिहार टाइम्स ब्यूरो
औरंगाबाद। बारून प्रखंड के उच्च माध्यमिक विद्यालय जगदीशपुर में लोक आस्था के महापर्व छठ की महत्ता से विद्यार्थियों को परिचित कराने के उद्देश्य से आज एक भव्य ‘छठ पूजा महोत्सव’ का आयोजन किया गया। इस दौरान छात्र-छात्राओं ने छठ पर्व से जुड़ी आकर्षक झाँकी प्रस्तुत की और पारंपरिक लोकगीतों से पूरे विद्यालय परिसर को भक्तिमय बना दिया।
कार्यक्रम की शुरुआत में विद्यार्थियों के एक समूह ने सजे हुए दउरा (बांस की टोकरी) को सिर पर रखकर एक छोटी-सी शोभायात्रा निकाली। छात्राओं ने पारंपरिक परिधान पहनकर छठव्रती (व्रत करने वाले) के रूप में कृत्रिम घाट पर सूर्य देव को अर्घ्य देने के दृश्य का मनमोहक मंचन किया। विद्यालय की ‘संस्कृति क्लब’ के सदस्यों ने प्रसिद्ध छठ गीत, जैसे ‘काँच ही बाँस के बहंगिया’ और ‘केलवा के पात पर’, गाकर वातावरण को उत्साह और भक्ति से भर दिया।
पर्व का महत्व के बारे में प्रधानाध्यापक अरविन्द कुमार ने बताया कि हमारा उद्देश्य केवल अकादमिक शिक्षा देना नहीं है, बल्कि बच्चों को अपनी समृद्ध संस्कृति और परंपराओं से जोड़ना भी है। ऐसे आयोजन से छात्रों में भारतीय मूल्यों के प्रति सम्मान और जागरूकता बढ़ती है। शिक्षिका प्रीति रानी ने विद्यार्थियों को छठ पूजा के ऐतिहासिक और वैज्ञानिक महत्व के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि यह पर्व प्रकृति के प्रति आभार व्यक्त करने, स्वच्छता और आत्म-अनुशासन का संदेश देता है।
मौके पर विद्यालय की शिक्षिका चिंता देवी, ऊषा किरण कुमारी, अनिल कुमार, सबिता कुमारी ने कार्यक्रम में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और बड़ी संख्या में छात्राओं छात्राओं में जिन्होंने छठ पूजा में भागीदारी निभाई। प्रमुख रूप से निशा कुमारी, विभा कुमारी, रिया कुमारी, ख़ुशी कुमारी, प्रियंका कुमारी, प्रिया कुमारी, पूनम कुमारी, सोनाक्षी कुमारी, सोनाली कुमारी, सुरभि कुमारी, अंजली कुमारी, छोटी कुमारी क़े साथ-साथ ग्रामीणों ने भी इस महापर्व में भागीदारी सुनिश्चित कराई। कार्यक्रम का समापन छठ मैया और सूर्य देव की सामूहिक प्रार्थना क़े साथ हुआ।