नवबिहार टाइम्स ब्यूरो
औरंगाबाद। राजकीयकृत देवबंशी उच्च माध्यमिक विद्यालय, सुंदरगंज में बाल विवाह जैसी कुप्रथा के पूर्ण उन्मूलन हेतु आज व्यापक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यालय स्तर पर विद्यार्थियों, अभिभावकों एवं समुदाय को बाल विवाह के दुष्परिणामों से अवगत कराना तथा इसके विरुद्ध सामाजिक चेतना को सुदृढ़ बनाना रहा।
कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय के प्रधानाध्यापक डॉ राकेश कुमार, जिला जूनियर रेड क्रॉस के काउंसेलर निरंजय कुमार द्वारा बाल विवाह के खिलाफ सामूहिक शपथ दिलाने से की गई। विद्यार्थियों, शिक्षकों, शैक्षिक सहकर्मियों एवं विद्यालय स्टाफ ने बाल विवाह न करने, न होने देने तथा समाज में इसके प्रति जागरूकता फैलाने का दृढ़ संकल्प लिया। शपथ के दौरान बाल विवाह निषेध अधिनियम के प्रावधानों तथा राज्य एवं केंद्र सरकार द्वारा संचालित जागरूकता अभियानों के महत्व पर प्रकाश डाला गया।

शपथ ग्रहण के पश्चात आयोजित मुख्य सत्र में विशेषज्ञ वक्ताओं, शिक्षकों तथा विद्यालय प्रशासन द्वारा बाल विवाह से होने वाले शारीरिक, मानसिक, सामाजिक और शैक्षणिक प्रभावों पर विस्तृत चर्चा की गई। वक्ताओं ने यह स्पष्ट किया कि बाल विवाह न केवल कानूनन दंडनीय अपराध है, बल्कि यह बच्चों के भविष्य, शिक्षा, स्वास्थ्य और आत्मनिर्भरता पर गंभीर प्रभाव डालता है। बताया गया कि किशोरावस्था में विवाह से मातृत्व मृत्यु दर, कुपोषण, घरेलू हिंसा और विद्यालय छोड़ने जैसी समस्याएं बढ़ जाती हैं, जो राष्ट्र के समग्र विकास में बाधक है।
कार्यक्रम में शिवम कुमार, आलोक कुमार, संजय मेहता, विक्रम कुमार, गौतम जायसवाल, अजीत गौतम, सुशील कुमार, रवि रंजन कुमार, धर्मेंद्र कुमार, चंदन कुमार सिंह, हरिप्रपण शर्मा, पिंकी कुमारी, जय नारायण सिंह, कमल किशोर, अमित कुमार राम, अरुण कुमार राय, सुनील कुमार सिंह, अरुण कुमार, मोहम्मद वसीम आलम, जियाउद्दीन आदि शामिल रहे।