मोदी बिहार में श्रमिक ट्रेन की घोषणा करते हैं, गुजरात में क्यों नहीं?
नवबिहार टाइम्स ब्यूरो
गयाजी। जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने गया में प्रेस वार्ता के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बिहार के साथ भेदभाव का गंभीर आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि हाल ही में पीएम मोदी ने मधुबनी दौरे के दौरान सहरसा से एक नई श्रमिक ट्रेन शुरू करने की घोषणा की। इस पर तंज कसते हुए प्रशांत किशोर ने पूछा, “क्या प्रधानमंत्री में हिम्मत है कि वे गुजरात या महाराष्ट्र में भी ऐसी ही श्रमिक ट्रेनों की घोषणा करें? उन्होंने कहा कि मोदी गुजरात से तमिलनाडु के लिए श्रमिक ट्रेन शुरू करने की बात क्यों नहीं करते? “क्योंकि वे जानते हैं कि यदि वे ऐसा करेंगे तो वहां से वोट नहीं मिलेगा।
मोदी बिहार के भी प्रधानमंत्री हैं और गुजरात के भी, लेकिन गुजरात को बुलेट ट्रेन, गिफ्ट सिटी और सोलर पार्क मिलते हैं, जबकि बिहार को सिर्फ़ श्रमिक ट्रेन — यह कैसा न्याय है?” प्रशांत किशोर ने दो टूक कहा कि बिहार को ऐसी ट्रेनों की नहीं, बल्कि बेहतर शिक्षा और स्थानीय रोज़गार की ज़रूरत है ताकि हमारे युवाओं को दूसरे राज्यों में जानवरों की तरह पलायन न करना पड़े। प्रशांत किशोर ने टिकट बंटवारे को लेकर भी जन सुराज की मंशा स्पष्ट करते हुए कहा कि पार्टी से उन्हीं लोगों को टिकट मिलेगा जिनकी छवि स्वच्छ होगी। उन्होंने कहा, “अगर किसी प्रक्रिया की चूक से किसी ग़लत व्यक्ति को टिकट मिल भी जाए, तो जनता से अपील है कि ऐसे उम्मीदवार को वोट न दें।
उन्होंने आईएएस-आईपीएस की चयन प्रक्रिया का उदाहरण देते हुए कहा कि “यूपीएससी जैसी कठिन परीक्षा से चयनित सभी अधिकारी भी ईमानदारी से काम नहीं करते, तो यह मान लेना कि कोई भी प्रक्रिया पूर्णतः दोषरहित होगी, गलत है। मगर जन सुराज की कोशिश रहेगी कि 243 में से हर सीट पर एक बेहतर प्रत्याशी खड़ा हो — फिर वह किसी भी पार्टी से क्यों न हो। अंत में उन्होंने कहा, “जन सुराज का उद्देश्य सिर्फ़ एक है — बिहार जीतना चाहिए।”